विदेशों में हिन्दुओं की दयनीय स्थिति तथा बढता धर्मांतरण !

मानवाधिकार संगठन हम जैसे सीधे-साधे हिन्दू संगठनों को आंख दिखाता है; परंतु उनमें से किसी में भी मुसलमानों को आंख दिखाने का साहस नहीं है । जो अन्याय सहन करते आया है, वह हिन्दू है ! उनकी रक्षा करनेवाला कोई रक्षक नहीं है ।

कर्नाटक में हलाल विरोधी आंदोलन को मिली सफलता !

हमें भारतमाता के प्रत्येक राज्य में ‘हलाल अर्थव्यवस्था’ के विरोध में आंदोलन सफल बनाना है । यह अर्थव्यवस्था भारत के लिए अत्यंत संकटकारी सिद्ध हो रही है । उसके कारण हमारा राष्ट्र आर्थिक दृष्टि से दुर्बल हो रहा है, साथ ही हलाल अर्थव्यवस्था अर्थात हिन्दू धर्म एवं संस्कृति के विरुद्ध षड्यंत्र है ।

‘भूमि जिहाद’ के विरुद्ध लडने की आवश्यकता !

हिन्दू, ईसाई, बौद्ध अथवा जैनों के धार्मिक ग्रंथों में ‘जिहाद’ शब्द का संदर्भ नहीं है । उसका संदर्भ मुसलमानों के कुरान, सुरा, हदीस, फतवा, साथ ही औरंगजेब द्वारा लिखे गए ग्रंथ आलमगिरी में मिलता है ।

साम्यवादियों का समकालीन हिन्दूविरोधी प्रचार !

‘हिन्दू एवं मुसलमानों का सहअस्तित्व देश के लिए विनाशकारी सिद्ध होगा’, ऐसा दूरदृष्टि से बोलनेवाले डॉ. आंबेडकर एकमात्र थे । वे कांग्रेस के नेताओं के कडे आलोचक थे ।

भारत के विकास को नई दिशा प्रदान करनेवाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी !

इससे पहले रक्षा क्षेत्र के लिए हथियार खरीदते समय उसमें भ्रष्टाचार न हुआ हो, ऐसा कभी नहीं हुआ था । ‘बोफोर्स’ उसका एक बडा उदाहरण है । मोदी ने इस इतिहास को परिवर्तित कर दिया । फ्रांस से लडाकू विमान ‘राफेल’ की खरीद में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार अथवा दलाली की घटना नहीं हुई ।

वाराणसी में ‘अखिल भारतीय सनातन न्यास’ द्वारा आयोजित रामकथा में हिन्दू जनजागृति समिति का सहभाग

इस कथा का आरंभ हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी, काशी विश्वनाथ मंदिर वॉर्ड के अध्यक्ष प्रो. नागेंद्र पांडेय एवं अन्य संतों की ओर से दीप प्रज्वलित किया गया ।

‘आध्यात्मिक मानवतावाद एवं अंतरधर्मीय सुसंवाद’ के प्रवर्तक स्वामी श्री. आनंद कृष्णा का इंडोनेशिया में स्थित सात्त्विक आश्रम तथा उनके साधक !

स्वामी श्री. आनंद कृष्णा सिंधी वंश के हैं तथा इंडोनेशिया उनका जन्मस्थल है । वे इंडोनेशिया के ‘आध्यात्मिक मानवतावाद, साथ ही अंतरधर्मीय सुसंवाद’ के प्रवर्तक हैं । उन्होंने प्रचुर लेखनकार्य भी किया है ।

बांग्लादेश के हिन्दुओं की रक्षा हेतु धर्मनिष्ठता तथा अपनी लडाकू वृत्ति के कारण निरंतर लडनेवाले पू. (अधिवक्ता) रवींद्र घोषजी !

सनातन संस्था के धर्मप्रचारक श्री. अभय वर्तक एवं साधक श्री. गिरीश पुजारी ने पू. घोषजी से सद्भावना भेंट की । बीमार पू. घोषजी के साथ किए वार्तालाप में बांग्लादेश के हिन्दुओं की रक्षा हेतु जागृत उनकी जाज्ज्वल्य लगन दिखाई दी । यही सच्ची धर्मनिष्ठता तथा लडाकूवृत्ति है ।

गुरुपूर्णिमा महोत्सव २०२४ के उपलक्ष्य में निमंत्रण

गुरुपूर्णिमा के दिन १००० गुना सक्रिय रहनेवाले गुरुतत्त्व का लाभ सभी को हो, इस हेतु सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति गुरुपूर्णिमा महोत्सव का आयोजन कर रहे हैं । इस महोत्सव में सम्मिलित होने हेतु गुरुपूर्णिमा स्थल के पते एवं संपर्क क्रमांक आगे देखें ।

यदि कोई आधार कार्ड क्रमांक, ‘ए.टी.एम. का पिन’ अथवा ‘ओ.टी.पी.’ जैसी गोपनीय जानकारी मांगे, तो स्वयं को धोखाधडी से बचाने के लिए उसकी अनदेखी करें !

चल-दूरभाष (मोबाइल) के आधार पर संपर्क कर अथवा लघुसंदेश (एस.एम.एस.) भेजकर नागरिकों को ठगने की मात्रा दिनदहाडे बढती ही जा रही है । तत्कालीन सामाजिक समस्या, नागरिकों की लाचारी, अज्ञानता, भोलापन आदि कारणों से समाज की अनेक दुष्प्रवृत्तियां हमसे धोखाधडी करती है ।