हनुमान जयंती
पंचमुखी हनुमान के पांच मुख हैं – गरुड, वराह, हयग्रीव, सिंह एवं कपिमुख । दशभुज मूर्तियोंके हाथोंमें ध्वज, खड्ग, पाश इत्यादि शस्त्र हैं । पंचमुखी देवता का अर्थ है पूर्व, पश्चिम, दक्षिण एवं उत्तर, ये चार दिशाएं एवं ऊर्ध्व दिशा, इन पांचों दिशाओं पर उनका स्वामित्व है ।