Indian Dies In Russia Ukraine War : रूस-यूक्रेन युद्ध में एक और भारतीय की मृत्यु
रूस का भारतीयों को वापस न भेजना भारत के साथ विश्वासघात है। सिर्फ अमेरिका ही नहीं, बल्कि भारत को अब रूस से भी सतर्क रहना चाहिए, यह समझ आता है !
रूस का भारतीयों को वापस न भेजना भारत के साथ विश्वासघात है। सिर्फ अमेरिका ही नहीं, बल्कि भारत को अब रूस से भी सतर्क रहना चाहिए, यह समझ आता है !
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक अज़रबैजानी विमान को मार गिराने के लिए माफ़ी मांगी है। और पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायल नागरिकों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की ।
तीसरा महायुद्ध आरंभ हो गया है । अमेरिका ने युक्रेन काे रूस पर मिसाइल द्वारा आक्रमण करने हेतु अनुमति देकर यह आरंभ किया है । रूस के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने ऐसा वक्तव्य दिया है ।
वे रूस के सोची में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को जीत की बधाई देते हुए कहा, ‘वे एक साहसी नेता हैं ।’
रूस की घटती आबादी से चिंतित पुतिन सरकार ने नागरिकों से कार्यालय में शारीरिक संबंध बनाने का आग्रह किया है। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि रूस के नागरिकों की रक्षा करना हमारी प्राथमिकता है। रूस के लोगों का भविष्य अब उनकी आबादी पर निर्भर करता है ।
भारत के अतिरिक्त चीन और ब्राजील का भी पुतिन ने नाम लिया ।
फरवरी २०२२ से आरंभ रूस-यूक्रेन युद्ध अब भयानक मोड पर पहुंच गया है । इस युद्ध से यूरोप में दूसरे महायुद्ध के पश्चात सबसे बड़ा शरणार्थी संकट उत्पन्न हो गया है ।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने आवाहन कऱते हुए कहा, ‘ऱूस के भारत से पुराने एवं दृढ संबंध हैं तथा यह बात सभी जानते हैं ।
प्रधानमंत्री मोदी तथा रूस के राष्ट्रपति पुतिन की भेंट पर वैश्विक प्रसारमाध्यमों के सूर !