पेरिस (फ्रान्स) – “रूस-युक्रेन युद्ध लंबे समय तक चलनेवाला है तथा सारे विश्व को इस हेतु सिद्ध रहना चाहिए” ; ऐसा प्रतिपादन फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमॅन्युएल मॅक्रॉन ने देशवासियों को संबोधित करते हुए किया । मॅक्रॉन ने आगे कहा,‘ इस युद्ध के कारण तथा उसके परिणाम स्वरूप उभरने वाले पेंच प्रसंगों के परिणाम लंबे समय तक चलेंगे । इस युद्ध में फ्रान्स, युक्रेन की पूरी तरह से सहायता करेगा तथा रूस के कृत्य का हिम्मत से एवं संगठित होकर विरोध करेगा । वर्तमान मे घटित हो रही घटनाएं, युरोप तथा फ्रान्स के इतिहास का निर्णायक चरण है । रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन ने युरोप की स्थिरता एवं शांतता पर हथौडा मारा है । फ्रान्स तथा उस के सहकारी देशों ने इस संकट निवारण हेतु जितने कर सकते थे, उतने प्रयास किए, किंतु सभी बेकार सिद्ध हुए ।
‘नाटो’ में सम्मिलित होने पर स्वीडन और फिनलैंड को ‘यूक्रेन’ बना देंगे ! – पुतिन
मॉस्को (रूस) – रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने यह धमकी दी है कि यदि स्वीडन और फिनलैंड ‘नाटो’ में सम्मिलित हुए, तो उनकी स्थिति भी यूक्रेन जैसी बनाएंगे । यूक्रेन के आक्रमण के विषय पर स्वीडन और फिनलैंड ने रूस की आलोचना करते हुए ‘नाटो’ में सम्मिलित होने के विषय में वक्तव्य दिया है । (२६.२.२०२२)
युद्ध का अनुचित लाभ उठाकर चीन की ओर से भारत विरोधी गतिविधि चलाए जाने की संभावना !भारत को ऐसे शरारती चीन को रूस की भांति आक्रामक उत्तर देना अपेक्षित है ! – संपादक नई देहली – आज के समय में अमेरिका और ‘नाटो’ का पूरा ध्यान रूस-यूक्रेन युद्ध की ओर है । इसका अनुचित लाभ उठाकर चीन के द्वारा उत्तरी सीमा पर भारत के विरोध में कुछ गतिविधि चलाए जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है; इसलिए भारत का चीन की प्रत्येक गतिविधि पर ध्यान है । |