राजदंड का सम्मान !

धर्मपरायण, निष्पक्ष, कर्तव्यदक्ष राजा तथा नीतिमान एवं राष्ट्राभिमानी प्रजा ही राजदंड का महत्त्व बढाएंगे !

अवतारी युगपुरुष !

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के इस अवतारी कार्य को संक्षेप में रखने का प्रयास किया है । इससे पूर्व ऐसा कार्य नहीं हुआ है । इस कार्य से आनेवाले कुछ वर्षाें में पृथ्वी पर धर्मराज्य की अर्थात रामराज्य की स्थापना होगी है ।

नमाज की आड में यह तो शक्ति-प्रदर्शन ही है !

हिन्दू बहुसंख्यक देश में रास्ता रोककर नमाज पढना धार्मिक नहीं, अपितु शक्ति-प्रदर्शन ही है, ऐसे हिन्दुओं को लगता है !

जी हां ! जनसंख्या से संविधान पर संकट है !

भारत मुसलमानबहुल हुआ, तो क्या वह ‘सेक्युलर’ रह पाएगा ?, इस पर तथाकथित ‘सेक्युलर’वादी विचार करें !

पाक के जिहाद का फलित !

‘अल्पसंख्यक’ होने से सुविधा लेनेवाले बहुसंख्य होने पर इस्लामी राष्ट्र की मांग नहीं करेंगे, इसकी निश्चिती कौन देगा ?

धब्बा लगा (दागी) नेतृत्व !

राष्ट्रद्वेषी भूमिका लेनेवाले राहुल गांधी इसका उत्तर ढूंढें कि काँग्रेस ने भारतीयों का कितना भला किया और वास्तविकता से अवगत हों !

वैश्विक विद्रोह की आवश्यकता !

खालिस्तान के रूप में भारत का एक और विभाजन टालने के लिए हिन्दू एवं राष्ट्रनिष्ठ सिखों का वैश्विक विद्रोह आवश्यक !

पुनः मंदी की आहट ?

अमेरिका की ‘सिलिकॉन वैली बैंक’ के दिवालिया होने के कारण पुनः एक बार अंतरराष्ट्रीय हाट (बाजार) में उथल-पुथल (खलबली) मच गई है । इसके कारण भारतीय शेयर बजार बडे स्तर पर नीचे (गिर) आ गया है ।

शराबबंदी का प्रश्न !

शराब पीने से अनेक प्रकार की समस्याएं निर्मित होती हैं। शराब का व्यसन लगने पर व्यक्ति का विनाश तो होता ही है; उसके परिवार की भी बुरी स्थिति होती है, यह हम कनिष्ठ मध्यमवर्गीय और विशेषकर निम्न वर्ग में सदैव देखते हैं।

कुत्तों का काटना या ‘प्रशासनिक’ लापरवाही ?

भारत में सर्वत्र लावारिस कुत्तों की समस्या भयावह होती जा रही है । केवल छोटे बच्चों को ही नहीं, अपितु सभी आयु समूह के लोगों को उनसे कष्ट हो रहा है । अप्रैल २०२२ में श्रीनगर के दालगेट परिसर में लावारिस कुत्तों ने १७ पर्यटकों सहित ३९ लोगों को काटा ।