गोहत्या करने वाले अकबर अली ने पुलिस थाने में जाकर किया समर्पण !

१० नवंबर २०२२ के दिन उसने गोहत्या की थी और वह भाग गया था । उसकी पत्नी को बंदी बनाया गया था जो अभी कारागृह में है । उनके पास से ८० किलो मांस जब्त किया गया था ।

प्रत्येक हिन्दू परिवार ने २ गायों का पालन किया, तो भारत में गोशालाओं की आवश्यकता नहीं पडेगी ! अधिवक्ता आलोक तिवारी, उपाध्यक्ष, जांबाज हिन्दुस्थानी सेवा समिति, उत्तर प्रदेश

सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति हमारे लिए गुरु द्रोणाचार्य की भांति हैं ! परमपूज्य डॉ. आठवलेगुरुजी को देखने पर बहुत ऊर्जा मिलती है । वैसी ही ऊर्जा इस ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’में सम्मिलित होने पर मिलती है, जो अगले वर्षतक हमारे लिए पर्याप्त होती है ।

अखंड भारत के लिए गोहत्या रोकना आवश्यक ! – सतीश कुमार, राष्ट्रीय अध्यक्ष, गोरक्षा दल

जब से देश में गोहत्या प्रारंभ हुई है, तब से अखंड भारत के टुकडे हुए हैं । गोमाता भूमाता का रूप है । जिस भूमि पर उसके टुकडे होंगे, उस भूमि के टुकडे होंगे ।

कर्नाटक में अभी भी गोहत्या बंदी कानून होने से विशेष पशु की बलि न दें !

कानून होते हुए भी धर्मांध गोहत्या करते रहते हैं | कर्नाटक में कांग्रेस सरकार आने से इस कानून का कितना पालन होगा, इस ओर गोरक्षकों को ध्यान देना आवश्यक है !

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होने पर ही गोहत्याएं संपूर्णतया रुकेंगी ! – अधिवक्ता सिद्ध विद्या, उच्च न्यायालय, मुंबई

भारत के विभिन्न राज्यों में गोहत्या प्रतिबंधक कानून बनाए गए हैं; परंतु उनमें अनेक त्रुटियां होने के कारण वह एक प्रकार से हिन्दुओं से की गई प्रतारणा है । एक राज्य में गोहत्या प्रतिबंधक कानून हो तथा पडोस के राज्य में गोहत्याबंदी कानून न हो, तो व्यापारी राज्य की सीमा से पार जाकर गोहत्या करते हैं |

कर्नाटक सरकार के हिन्दूविरोधी निर्णयों के विरुद्ध लडाई लडने के लिए हम प्रतिबद्ध ! – अधिवक्ता अमृतेश एन्.पी.

कांग्रेस ने सत्ता में आते ही क्रमिक पुस्तकों से वीर सावरकर एवं डॉ. हेगडेवारजी के पाठ हठाने का निर्णय लिया, साथ ही धर्मांतरणविरोधी कानून वापस लेने की घोषणा की ।

(और इनकी सुनिए… ) ‘भैंस को काट सकते हैं, तो गाय को क्यों नहीं ?’ – पशुपालन मंत्री के. वेंकटेश

भारत में प्रत्येक हिन्दू को गाय का महत्त्व ज्ञात है तथा गाय के विषय में भावनाएं भी ज्ञात है; परंतु वेंकटेश जानबूझकर मुस्लिमों की चापलूसी, हेतु ऐसा वक्तव्य देते हैं, यह ध्यान में आता है !

यवतमाल के भागवताचार्य संतोष महाराज जाधव पर गोतस्करों का आक्रमण ! 

महाराष्ट्र में गोहत्या बंदी कानून है । ऐसा होते हुए भी राज्य में गोतस्करी होना और उसका विरोध करने वाले गो प्रेमियों को जान मुट्ठी में रखकर जीना पडता है । महाराष्ट्र में ऐसी घटनाएं होना रोषपूर्ण है !