मंचर (जिला पुणे) में बजरंग दल कार्यकर्ता के घर पर १५० से २०० धर्मांध कट्टर मुसलमानों का आक्रमण  !

  • श्री गणेश मूर्ति विसर्जन के समय श्रद्धालुओं को वाहन से कुचलने का प्रयास !

  • आरोप प्रविष्ट करने में पुलिस की टालमटोल !

पुणे – दिनांक २९ सितंबर को पुणे जिले के मंचर नगर में मुस्लिम कट्टरपंथियों की भीड ने बजरंग दल कार्यकर्ता सूरज चक्रधर के घर पर आक्रमण किया । उनके घर पर नहीं मिलने पर कट्टरपंथियों ने घर की महिलाओं से अभद्रता की और उनको प्राणांत करने की धमकी दी । सूरज चक्रधर की मां ने २ अक्टूबर को इस संबंध में पुलिस में आरोप किया था । सूरज की मां ने मांग की है कि पुलिस उन्हें सुरक्षा दे, उनका पूरा परिवार खतरे में है । उन्होंने घटना के सी.सी.टी.वी. और ‘वीडियो’ की जांच कर सभी आरोपियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की भी मांग की है।

सूरज चक्रधर की मां ने कहा,

१. हमारे घर के पास श्री गणेश प्रतिमा विसर्जनयात्रा चल रही थी । तभी कुछ कट्टरपंथियों ने विसर्जन यात्रा में चारपहिया वाहन घुसाकर लोगों को कुचलने का प्रयत्न किया । (यह कट्टरपंथियों द्वारा हिन्दुओं के विरुद्ध छेडा गया जिहाद है! – संपादक) यद्यपि यात्रा में सम्मिलित लोगों ने बिना किसी वाद के मुस्लिम वाहन को प्रशस्त मार्ग दे दिया । सूरज ने घटना का फिल्मांकन किया था ।

२. कुछ समय उपरांत तथापि कट्टरपंथियों ने कुछ गणेशोत्सव मंडलों के विरुद्ध मिथ्या आरोप प्रविष्ट कराए । उसके आधार पर, पुलिस ने विसर्जन यात्रा में सहभाग लेने वाले कुछ अन्य लोगों के साथ सूरज को भी बंदी बना लिया किन्तु कुछ देर के उपरांत  सूरज को मुक्त कर दिया गया । (यह चोर को छोड कर सन्यास को फांसी देने जैसा है । जो हिन्दू-द्वेषी पुलिस हिन्दुओं के विरुद्ध एकतरफा कार्रवाई करती है, वह हिन्दुओं  के लिए धोकादायक है! – संपादक)

लव जिहाद और गोहत्या जैसे सूत्रों के कारण मैं उनके निशाने पर हूं ! – सूरज चक्रधर

सूरज चक्रधर

१. हमारा घर मुस्लिम बहुल परिसर में है । लव जिहाद और गोहत्या जैसे विषयों पर आवाज उठाने के कारण मैं लंबे समय से कट्टरपंथियों के लक्ष्य पर रहा हूं । पूरी घटना एक विचारपूर्वक किया गया षड्यंत्र थी । घटना वाले दिन ‘ईद मिलाद’ का जुलूस समाप्त हुआ और वहां से भीड हमारे घर की ओर बढी ।

२. आक्रमण के समय मैं बाहर था । यदि मैं उस समय घर पर होता तो मुसलमानों की भीड अवश्य कोई अनुचित कार्य करती; चूंकि हमलावर ‘मारो’ के नारे लगा रहे थे, घर आने वाली भीड में कई बाहरी लोग भी सम्मिलित थे ।

पुलिस ने किया आरोप प्रविष्ट करने में टालमटोल !

इस घटना के उपरांत से अब तक पुलिस ने हमारे आरोप पर प्रथम दृष्टया शिकायत तक प्रविष्ट नहीं की है, जबकि मैं और मेरी मां इसके लिए थाने के कई चक्कर लगा चुके हैं। इस पर पुलिस की ओर से जवाब मिल रहा है कि ‘हम आपकी इच्छानुसार काम नहीं करेंगे’ (ऐसे पुलिसकर्मियों की शिकायत वरिष्ठों से करें ! – संपादक) 

आरोपियों के नाम !

सूरज की मां ने भी इस भीड में कुछ लोगों को पहचानने का दावा किया है । आरोप पत्र में निम्नलिखित लोगों के नाम सम्मिलित हैं । रियाज जमादार, इसरार शाहबाज खान पठान, आजम मोमिन, कय्यूम पठान, मीरान इनामदार, आकिब अत्तार, अमन अत्तार, मोहम्मद जमादार, तबरेज कुरेशी, दानिश सिराज मोमिन, तौकीर जमादार, अदनान मोहम्मद, जावेद शेख, मोहम्मद साबिर सैयद, इरफान तहजान मंडल, अजहर मोमिन, अतीक इनामदार, उजेफ इनामदार, आसिफ खान आदि । अन्य आक्रमणकारी अज्ञात हैं ।

संपादकीय भूमिका 

  • कट्टरपंथियों को चूंकि कानून का कोई डर नहीं है, इसलिए वे एक हिन्दू के घर पर आक्रमण करने का दुस्साहस करते हैं । ऐसी घटना का होना कट्टरपंथियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई न करने वाली शासकीय यंत्रणाओ के लिए अत्यंत लज्जास्पद है ।
  • धर्मांध कट्टरपंथियों के विरुद्ध आरोप प्रविष्ट न करने वाली पुलिस भारत की है या पाकिस्तान की ?