Sam Pitroda : भारतीयों की आलोचना करनेवाले सैम पित्रोदा की पुनः ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’ के अध्‍यक्ष स्थान पर नियुक्ति

कांग्रेस के नेता के.सी. वेणुगोपाल ने परिपत्रक प्रसारित कर यह जानकारी दी है ।

Kashmir Lawyer’s Killing Case : जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष को मृत्य के प्रकरण में कारागृह भेजा। 

भट्ट पर अपने प्रतिद्वंद्वी अधिवक्ता बाबर कादरी की लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों द्वारा हत्या कराने का आरोप है।

धर्मप्रसार हेतु अधिकाधिक संत बनने आवश्यक ! – बाल सुब्रह्मण्यम्, निदेशक, मंगलतीर्थ इस्टेट एवं ब्रुकफील्ड इस्टेट, चेन्नई, तमिलनाडू

वेद, पुराणों, उपनिषदों, गीता, रामायण, महाभारत आदि धर्मग्रंथों में एक शब्द का भी परिवर्तन हुए बिना वे हम तक पहुंचे हैं । यह केवल गुरु-शिष्य परंपरा के कारण संभव हुआ है; इसलिए हमें गुरु-शिष्य परंपरा का सम्मान करना चाहिए ।

Amarnath Pilgrims : अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था कल कश्मीर पहुंचेगा।

अमरनाथ यात्रा २९ जून से आरंभ हो रही है। तीर्थयात्रियों का पहला जत्था कल २८ जून को कश्मीर पहुंचेगा। यहां से तीर्थयात्री बालटाल तथा अनंतनाग पर पहुंचने के लिए प्रस्थान करेंगे। वहां से सभी तीर्थयात्रियों को सुरक्षा समूह द्वारा ले जाया जाएगा।

Vandalise Hanuman idol : रामपुर (उत्तर प्रदेश) में रामायण पार्क से श्री हनुमान जी की मूर्ती मदरसे के बच्चों ने तोड़ी !

ध्यान दें कि सरकार मदरसों को सैकड़ों करोड़ रुपये का अनुदान दे रही है तथा वे उनसे हिन्दूओं पर ही घात करवा रही है!

हिन्दुओं के विरोध में झूठी कथाएं तैयार की जा रही हैं ! – रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

एक ओर ‘आतंकियों का धर्म नहीं होता’, ऐसा कहा जाता है; जबकि दूसरी ओर हिन्दू आतंकवाद की झूठी कथाएं तैयार की जाती हैं ।

हिन्दुत्वनिष्ठों को ‘डिजिटल’ योद्धा बनना चाहिए ! – स्वप्नील सावरकर, संपादक, हिन्दुस्थान पोस्ट (डिजिटल मीडिया हाऊस), मुंबई, महाराष्ट्र

माध्यमों में हिन्दुत्व के प्रति नकारात्मकता है । आज का युग ‘डिजिटल’ युग है । क्या हम इस ‘डिजिटल’ युग की नई क्रांति में सम्मिलित होने के लिए तैयार हैं ?

कश्मीर में सेना की ओर से धर्मांधों द्वारा तोडे गए कुछ मंदिरों का पुनर्निर्माण किया जा रहा है ! – मेजर सरस त्रिपाठी

एक बार अटलबिहारी वाजपेयी के पास एक पाकिस्तानी अधिकारी आकर कश्मीर का मानचित्र देकर उन्हें कहने लगा, ‘आप यह टोपी निकाल कर दें’ उस समय उन्होंने कहा, ‘‘यह टोपी नहीं, अपितु हमारा मस्तक है तथा मस्तक कोई निकालकर नहीं देता ।

संस्कृति पर आक्रमण करनेवालों के मुखौटों को पहचानकर उनके विरुद्ध लडना चाहिए ! – अभिजीत जोग, प्रबंध निदेशक, ‘प्रतिसाद’ कम्युनिकेशन

धर्मसंस्था, राष्ट्रवाद एवं शिक्षाव्यवस्था संस्कृति के आधार हैं; इसलिए उन्हें नष्ट करने का प्रयास किया गया । हमारी संस्कृति यदि नष्ट हुई, तो हमारा अस्तित्व मिट जाएगा । इसलिए इस आक्रमण को समझ लेना पडेगा ।

राष्ट्र को ध्वस्त करने के लिए प्रयासरत शक्तियों के विरोध में ध्यान केंद्रित करें ! – विनोद कुमार, संपादक, ‘स्ट्रिंग रिविल्स’, कर्नाटक

राष्ट्रविरोधी शक्तियां देश की नीतियों के विरोध में सडकों पर उतरकर दंगे कराते हैं । हिन्दुओं को अपनी आवाज बुलंद करने का प्रयास करना चाहिए तथा उसके लिए सामाजिक प्रसारमाध्यमों का प्रभावी उपयोग करना चाहिए ।