भारत की इस्लामी अर्थव्यवस्था को समझ कर उसका विरोध करना चाहिए ! – ऋषि वशिष्ठ, अर्थशास्त्रज्ञ, देहली
किसी भी प्रकार की मुहिम चलाने के लिए, संघर्ष करने के लिए धन की आवश्यकता होती है । धन के माध्यम से संघर्ष आरंभ किया जा सकता है, उसे समर्थन दिया जा सकता है । हिन्दुओं को ‘डिजिटल’ अर्थव्यवस्था का अभ्यास कर उसे सुदृढ बनाना चाहिए ।