हिन्दुओं के सभी मंदिर वापस प्राप्त करना, यह हमारी प्रतिज्ञा है ! – अधिवक्ता (पू.) हरि शंकर जैन, सर्वोच्च न्यायालय तथा संरक्षक, हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस

अधिवक्ता (पू.) हरि शंकर जैन

रामनाथ देवस्थान (गोवा) – अब श्रीराम मंदिर का निर्माणकार्य हो रहा है; परंतु धर्मांध आक्रामकों द्वारा अतिक्रमण किए गए सभी मंदिर वापस प्राप्त करना, यह हमारी प्रतिज्ञा है । उनके नियंत्रण से मथुरा, काशी, धार (मध्य प्रदेश) एवं ताजमहल स्थित हिन्दुओं के धार्मिक स्थल मुक्त करने के लिए हमारा संघर्ष जारी है, ऐसा प्रतिपादन सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता तथा ‘हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस’ के संरक्षक अधिवक्ता (पू.) हरि शंकर जैन ने किया । यहां आरंभ हुए वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के तृतीय दिन (१८.६.२०२३ को) वे ऐसा बोल रहे थे ।

अधिवक्ता (पू.) हरि शंकर जैन ने आगे कहा ‘‘किसी समय ‘सोने की चिडिया’ कहलानेवाला हिन्दुओं का भारत अब इतिहास बन गया है । साथ ही हिन्दुओं को अपने अस्तित्व के लिए न्यायालय एवं न्यायालय के बाहर लडना पड रहा है । हिन्दू राष्ट्र के लिए संघर्ष करते समय हम इतिहास में धर्म के लिए बलिदान देनेवाले धर्मयोद्धाओं को भूलते जा रहे हैं । ऐसे सहस्रों धर्मयोद्धाओं के नाम लिए बिना हम आगे जा ही नहीं सकते । महाराणा प्रताप, सिक्ख धर्मगुरु ने हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए बलिदान दिए; परंतु पराजय स्वीकार नहीं किया । हमें उनसे अधिक संघर्ष कर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करनी होगी । तभी उन धर्मयोद्धाओं को शांति मिलेगी । भारत के संविधान द्वारा निर्मित वर्तमान व्यवस्था में यदि कोई भी सरकार आए, तब भी वह इस देश को हिन्दू राष्ट्र बना नहीं सकती । यदि ऐसा हुआ, तो उसको आवाहन दिया जाएगा । इसलिए हिन्दुओं को ही संगठित होकर हिन्दू राष्ट्र प्राप्त करना आवश्यक है ।’’