ब्रिटेन के मंदिर संकट में !

ब्रिटेन में भारतीय वंश के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की सरकार होते हुए अभी-अभी हिन्दुओं के लिए एक खेदजनक समाचार सामने आया है । वहां भारतीय पुजारियों का वीसा अस्वीकार किया जा रहा है । पुजारियों के अभाव में वहां ५०० में से ५० मंदिर बंद कर दिए गए हैं ।

विद्यालयों में आयुर्वेद सिखाएं ! युद्धकाल में आयुर्वेद की औषधियां ही उपलब्ध होंगी !

भावी पीढी स्वस्थ हो, इस हेतु केंद्रीय ‘आयुष’ मंत्रालय की ‘होमिओपैथी फॉर स्कूल’, यह ३ वर्ष की योजना गोवा के विद्यालयों में लागू कर दी गई है ।

संपादकीय : संविधान के कथित भक्त !

कांग्रेसी श्रीराम की तो छोडिए; संविधान की भक्ति भी नहीं करते; यह अब हिन्दू जान गए हैं । इसीलिए उन्होंने केंद्र में कांग्रेस को सत्ता से दूर रखा ।

हिन्दू मंदिर वापस प्राप्त करना, यह हिन्दुओं का अधिकार है ! – अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, सर्वाेच्च न्यायालय

कुछ दिन पूर्व ही ज्ञानवापी के संदर्भ में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (‘ए.एस.आई.’) का  प्रतिवेदन (रिपोर्ट) आया है । उसमें स्पष्टता से कहा है कि ‘ज्ञानवापी के स्थान पर भव्य मंदिर था एवं उसे १७ वीं सदी में गिराया गया ।’

भारत पर आरोप लगाकर अपने ही घर में आग लगाने का चीन का कृत्य !

विश्व के श्रेष्ठ एवं बलशाली देशों को अपने आचरण एवं कार्याें से विश्व को मानवता का श्रेष्ठ संदेश देना चाहिए । जो देश अपने साम्राज्य का विस्तार तथा स्वयं की श्रेष्ठता सिद्ध करने का प्रयास करता है, उसमें तथा डकैत में कोई अंतर है, ऐसा नहीं कहा जा सकता ।

महाशिवरात्रि विशेष

शिव शब्द ‘वश्’ शब्द के व्यतिक्रम से अर्थात अक्षरों के क्रम परिवर्तित करने से बना है । ‘वश्’ अर्थात प्रकाशित होना, अर्थात शिव वह है जो प्रकाशित है । शिव स्वयंसिद्ध एवं स्वयंप्रकाशी हैं । वे स्वयं प्रकाशित रहकर संपूर्ण विश्व को भी प्रकाशित करते हैं ।

आयुर्वेद में विशद दिनचर्या सहस्रों वर्षाें के उपरांत भी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक !

अपनी नौकरी, व्यवसाय का स्वरूप कैसा है, उसके अनुसार स्वयं का नियोजन कर दिनचर्या में विशद किए गए जो-जो कृत्य करना संभव है, वे करने का आरंभ करें । इससे स्वास्थ्य बनाए रखने में सहायता होगी ।

बिहार के बेतिया में आज भी ब्रिटिश कानून के द्वारा हो रहा है मंदिरों का शोषण !

स्वतंत्रता के उपरांत भी इस साम्राज्य में ‘कोर्ट ऑफ वॉर्ड’ कानून लागू है । इस कानून के अनुसार बेतिया साम्राज्य की भूमि के व्यवस्थापन की प्रतिवर्ष नीलामी की जाती है ।

SANATAN PRABHAT EXCLUSIVE : पुलिस द्वारा भक्तों के साथ सद्‌व्यवहार – अयोध्या समारोह की सकारात्मक घटना !

रामोत्सव अर्थात श्रीरामलला की (श्रीरामजी के बाल रूप) प्राणप्रतिष्ठा समारोह ! इस समारोह में आरंभ से ही उत्तर प्रदेश पुलिसकर्मियों का भक्तों से अत्यंत अच्छा व्यवहार था । यह देखकर स्वयं की आंखों पर मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा था  !

श्रीराम : कुशल संगठन के आदर्श !

५०० वर्ष की प्रतीक्षा के उपरांत अयोध्या में प्रभु श्रीराम का मंदिर बन रहा है । ऐसे स्वर्णिमक्षण में हिन्दू श्रीराम के संगठनकार्य का आदर्श सामने रखेंगे, तो संपूर्ण भारत के अन्य अतिक्रमित मंदिर भी हिन्दुओं को प्राप्त होने में समय नहीं लगेगा ।