Bangladesh Ganga Water : भारत-बांग्लादेश ‘गंगा जल समझौता’ निरस्त होने की संभावना !
इस समझौते की समय-सीमा अगले वर्ष समाप्त हो रही है ।
इस समझौते की समय-सीमा अगले वर्ष समाप्त हो रही है ।
शेख हसीना को क्या करना चाहिए तथा क्या नहीं करना चाहिए, इसका भारत से क्या संबंध ? हसीना को अपने देश के संदर्भ में घटनाओं पर बोलने का पूरा अधिकार है, यूनुस को सदैव यह ध्यानमें रखना चाहिए !
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के परामर्शदाता मोहम्मद युनूस ने आतंकवादियों की सहायता से सत्ता प्राप्त की है । जिन पर विविध अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रतिबंध लगाया गया है, जिनसे हमने बांग्लादेश के लोगों को संरक्षण दिया, उनको छोड दिया गया ।
भारत का नाम बांग्लादेश की आजादी को मान्यता देने वाले पहले देश के रूप में पुस्तक के नए संस्करणों से हटा दिया गया है। उसे बदलकर भूटान कर दिया गया है।
विदेशमंत्री डॉ. जयशंकर के वक्तव्य पर बांग्लादेश का उद्दाम उत्तर
मोहम्मद यूनुस को सरकार चलाने का अनुभव नहीं है । उन्होंने सभी जांच समितियां भंग कर दीं । पश्चात जनता की हत्या के लिए आतंकवादियों को कारागार से मुक्त कर दिया । वे बांग्लादेश को नष्ट कर रहे हैं ।
यह नहीं भूलना चाहिए कि यह अमेरिकी एजेंडा भारत में भी काम कर रहा था। नागरिकता संशोधन कानून, कृषि कानून आदि के विरोध के नाम पर भारत में जो हिंसा भड़की, उसके पीछे भी अमेरिकी ताकतें ही थीं !
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेशी उच्चायुक्त को बुलाकर सुनाया ! दुख की बात है कि बांग्लादेशी अधिकारी भारत के विरुद्ध कथन कर रहे हैं, साथ ही आंतरिक प्रकरणों के लिए भी भारत को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
बांग्लादेश में पुनः एक बार हिंसा की चिंगारी भडक उठी है । देश के २४ से अधिक जिलों में निदर्शकों द्वारा भूतपूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के अवामी लीग पार्टी के नेताओं के घरों पर आक्रमण किया तथा उन्हें जलाया गया हैं ।
बांग्लादेश में गत कुछ महीनों से हिन्दुओं पर होनेवाले आक्रमणों के संदर्भ में स्वयं निष्क्रिय रहनेवाले लोगों द्वारा भारत को चेतावनी देना अर्थात चोरी, ऊपर से सीनाजोरी !