Sheikh Hasina Targets Muhammad Yunus : मोहम्मद युनूस के कारण ही बांग्लादेश में हो रही हैं सामूहिक हत्याएं !

वर्ष १९७१ में इंदिरा गांधी ने बांग्लादेश के हिन्दुओं की रक्षा के लिए ठोस कदम नहीं उठाए; इसलिए इस कार्य को अब वर्तमान सरकार के लिए करना आवश्यक हो गया है !

Bangladesh violence : शेख हसीना के विरुद्ध हिंसा करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी !

बांग्लादेश में लोकतंत्र नहीं अपितु इस्लामिक तानाशाही है । अमेरिका तथा अन्य पश्चिमी देश इसके विरुद्ध अपना मुंह क्यों नहीं खोलते ?

Bangladesh Protest Against President : बांग्लादेश में अब राष्ट्रपति के विरुद्ध आंदोलन !

अगस्त महीने में तथाकथित छात्रों द्वारा किए गए हिंसक आंदोलन के पश्चात प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भारत में शरण लेना पड़ा। अब ढाई महीने बाद, बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन के विरुद्ध आंदोलन आरंभ हो गया है और उनके त्यागपत्र की मांग की जा रही है।

Muhammad Yunus : शेख हसीना को हटाने की साजिश रची गयी प्रो. मुहम्मद यूनुस की स्वीकृति

छात्र नेताओं ने बताया कि उन्होंने योजना बनाकर विरोध प्रदर्शन किया !

Muhammad Yunus : (और इनकी सुनिए…) ‘शेख हसीना को भारत में रहकर बांग्लादेश पर राजनीतिक टिप्पणी नहीं करनी चाहिए !’ – मोहम्मद यूनुस

यह वक्तव्य दिखाता है कि बांग्लादेश शेख हसीना से कैसा व्यवहार करेगा! इस स्थिति के लिए शेख हसीना की ही त्रुटि हैं । यदि उन्होंने कड़ा निर्णय लिया होता तो आज यह स्थिति नहीं होती !

बांग्लादेश में चल रही अराजकता तथा भारत के सामने खडी चुनौतियां !

बांग्लादेश में चल रही अराजकता उनके लोकतंत्र, आर्थिक विकास तथा भारत के लिए दुर्भाग्यजनक !

BNP’s Mirza Islam Alamgir : (और इनकी सुनिए…) ‘हिन्दुओं पर आक्रमणों के विवरण (रिपोर्ट) अनुचित !’ – बांग्लादेश के विपक्ष दल

बांग्लादेश नैशनलिस्‍ट दल के मुख्य सचिव मिर्जा फखरुल इस्‍लाम आलमगीर ने सफेद झूठ बोलते हुए कहा, ‘बांग्लादेश के अल्‍पसंख्‍यकों की सुरक्षा, यह बांग्लादेश का अंतर्गत विषय है ।

Interim Government To Sheikh Hasina : (और इनकी सुनिए…) ‘बांग्ला देश में लौट आईए; परंतु अराजकता न फैलाए !’

बांग्ला देश में लौटने पर क्या शेख हसीना सुरक्षित रह पाएगी ? क्या इसकी निश्चिती अंतरिम सरकार दे पाएगी ? और क्या उस पर विश्वास करना संभव होगा ?

Case Against Sheikh Hasina : शेख हसीना के विरोध में बांग्लादेश के किराना दुकानदार की हत्या के प्रकरण में अपराध प्रविष्ट

१९ जुलाई के दिन ढाका के मोहम्मदपुर भाग में पुलिस ने आरक्षण के विरोध में आंदोलन करनेवालों पर गोलियां चलाई थीं , जिसमें किराना दुकान का मालिक अबू सईद मारा गया था ।

USA On Bangladesh : शेख हसीना को पद से हटाने में अमेरिका का सहभाग नहीं ! – कैरिन जिन पियरे

कैरिन जिन पियरे ने आगे कहा कि बांग्लादेश के लोगों का भविष्य तय करना, यह उनका विशेषाधिकार है । उनके नेता को चुनना बांग्लादेश की जनता द्वारा लिया गया महत्वपूर्ण निर्णय है ।