Love Jihad Cases : उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में ‘लव जिहाद’ मामले में ३ शिकायतें !
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड राज्य में लव जिहाद के तीन अलग-अलग मामले सामने आए हैं ।
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड राज्य में लव जिहाद के तीन अलग-अलग मामले सामने आए हैं ।
आलंदी देवाची में आयोजित ‘वारकरी सम्मेलन’ में १ हजार से अधिक वारकरियों तथा कीर्तनकारों ने वारकरी संप्रदाय के साथ-साथ हिन्दू धर्म तथा देवताओं के विरुद्ध चल रहे षड्यंत्र को विफल करने का संकल्प लिया ।
नवरात्रि का उत्सव शक्ति एवं ध्यानसाधना का उत्सव है । संपूर्ण समाज को स्वयं की शक्ति बढानी चाहिए । हथियारों का अभ्यास करें तथा धर्मग्रंथों का अध्ययन करें, सभी सनातनी हिन्दुओं से यही अपेक्षा है ।
पुलिस और प्रशासन को ऐसा आदेश क्यों देना पडता है? वे स्वयं इसके विरुद्ध कार्यवाही क्यों नहीं करते? अगर ऐसा आदेश नहीं दिया गया तो क्या पुलिस और प्रशासन गलत चीजों पर कार्यवाही नहीं करेगा ?
एक बार जब अवैध निर्माण के मामले अदालत में चले जाते हैं, तो वे वर्षों तक खिंचते हैं। इसके लिए सरकार को त्वरित परिणाम की व्यवस्था करनी होगी !
उत्तर प्रदेश में लव जिहाद विरुद्ध कानून होते हुए भी लव जिहादियों पर कठोर कार्यवाही न होने के कारण ही उन्हें बारबार ऐसे दुष्कृत्य करने का साहस होता है । यह पुलिस के लिए लज्जाजनक !
‘अब तक आपने अनेक जिहाद सुने अथवा देखे होंगे; परंतु हिन्दू महिलाओं के साथ ऐसा ही एक और जिहाद चल रहा है, जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे तथा वह है ‘रैंप शो !’ जिन फैशन-माफियाओं में देश के अधिकांश ब्यूटी पार्लर मुसलमानों ने ‘हाइजैक’ (नियंत्रण स्थापित) कर लिया है ।
रामगंज पुलिस स्टेशन के निरीक्षक अजयेंद्र पटेल ने कहा कि पीड़ित १८ वर्षीय हिन्दू लड़की द्वारा पुलिस में आपत्ति प्रविष्ट कराने के बाद यह कार्यवाही की गई ।
जो उत्तर प्रदेश सरकार कर सकती है, वह अन्य राज्य क्यों नहीं कर सकते ? क्या वे सोचते हैं कि हिन्दुओं की रक्षा करना उनका कर्तव्य नहीं है ?
हिन्दू अपनी लडकियों को उनके बचपन में ही भगवद्गीता क्यों नहीं सिखाते ? भगवद्गीता में ‘विधर्म से स्वधर्म श्रेष्ठ है’, इसकी सीख दी गई है । यदि यह शिक्षा मिली, तो हिन्दू युवतियां लव जिहाद का शिकार नहीं बनेगी ।