Ramdas Athawale On Love Jihad : (और इनकी सुनिए…) “मैं ‘लव जिहाद’ की अवधारणा से सहमत नहीं हूं ।” – रामदास आठवले

केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास आठवले का बयान

केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास आठवले

मुंबई – ‘लव जिहाद’ की घटनाओं को रोकने के लिए राज्य सरकार ने एक समिति नियुक्त की है, लेकिन ‘रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास आठवले ने इसका विरोध किया है । शिरडी में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, “मैं ‘लव जिहाद’ कानून से सहमत नहीं हूं । हिन्दू-मुस्लिम लड़के-लड़कियां आपस में मिलते हैं और विवाह भी करते हैं । इसलिए इसे ‘लव जिहाद’ कहना गलत है । मैं ‘लव जिहाद’ की अवधारणा से सहमत नहीं हूं, लेकिन विवाह के बाद धर्म परिवर्तन नहीं होना चाहिए, इसके लिए कानून में प्रावधान होना चाहिए । जबरन धर्म परिवर्तन की घटनाएं बढ रही हैं, इनपर रोक लगनी चाहिए । धर्म परिवर्तन करवाने वालों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ।”

संपादकीय भूमिका 

  • यदि किसी वास्तविकता से कोई व्यक्ति सहमत नहीं होता, तो इसका अर्थ यह नहीं कि वह वास्तविकता गलत या असत्य हो जाती है । यह एक सार्वभौमिक और शाश्वत सत्य है । परंतु, राजनीति के कारण ‘लव जिहाद’ की सच्चाई पर आंखें मूंदने वालों को चुनावों के समय हिन्दू जनता भूलने वाली नहीं है, यह भी उतना ही सत्य है ।
  • महाराष्ट्र में ‘लव जिहाद’ को रोकने के लिए कानून बनाने की दिशा में निर्णायक कदम उठाए जा रहे हैं । ऐसे समय में केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री को इस कानून को राष्ट्रीय स्तर पर लागू कर समाज को वास्तविक न्याय देना चाहिए । पर इसकी अपेक्षा, इस अवधारणा को नकारना, अपने दायित्व से पल्ला झाडने जैसा है, इसे ध्यान में रखना चाहिए ।