हिन्दू मंदिर वापस प्राप्त करना, यह हिन्दुओं का अधिकार है ! – अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, सर्वाेच्च न्यायालय

कुछ दिन पूर्व ही ज्ञानवापी के संदर्भ में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (‘ए.एस.आई.’) का  प्रतिवेदन (रिपोर्ट) आया है । उसमें स्पष्टता से कहा है कि ‘ज्ञानवापी के स्थान पर भव्य मंदिर था एवं उसे १७ वीं सदी में गिराया गया ।’

Education Marathi Schools : मराठी विद्यालयों में विशेषज्ञों से दी जाएगी १८ कलाओं की शिक्षा !

महाराष्ट्र की सरकार का प्रशंसनीय निर्णय ! संगीत, गायन, नाटक, भाषणकला आदि का समावेश ! मुंबई – छात्रों के कलागुणों को अवसर मिले, साथ ही उनके व्यक्तित्व का विकास हो; इसके लिए राज्य की सरकार ने मराठी विद्यालयों में लोकप्रिय व्यक्तियों द्वारा छात्रों को १८ कलाओं की शिक्षा देने का निर्णय लिया है । इसमें … Read more

Caste Hinduism : कैलिफोर्निया सरकार ने स्वीकृति दी कि जातिगत भेदभाव हिन्दू धर्म का भाग नहीं है  !

हिन्दू अमेरिकनों के लिए बडी जीत ! – हिन्दू संगठन

Religious Education UK Schools : ब्रिटिश विद्यालयों में आगामी मास से भारत के विभिन्न धर्मों की शिक्षा मिलेगी !

हिन्दू, जैन, सिख और बौद्ध धर्म की दी जाएगी शिक्षा !

नरेंद्र मोदी का उत्तराधिकारी अधिक जहाल होगा !

मोदी का उत्तराधिकारी उनसे भी अधिक जहाल होगा । वह इतना जहाल होगा कि उसकी तुलना में मोदी अधिक मुक्त विचारों के लगेंगे ।

Puja Started At Gyanvapi : ज्ञानवापी के ‘व्यास’ तलघर में रात्रि से पूजा-अर्चना प्रारंभ !

तलघर में काशी विश्वनाथ का मंदिर है। यह एक स्वयंभू मंदिर था और रहेगा। यदि आप इसे ढक भी दें तो भी यह एक मंदिर ही है। – जितेंद्र नाथ व्यास

श्रीराम मंदिर एवं शंकराचार्य !

‘श्रीराम मूर्ति प्रतिष्ठान केपहले प्रसारमाध्यम ‘शंकराचार्याें ने किया प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम का बहिष्कार !’, इस आशय के समाचार दिखा रहे थे। इसे देखते हुए मैं कुछ सूत्र आपके सामने रखना चाहता हूं । यदि संभव हो, तो इन सूत्रों को शांत मन से पढकर समझ लें ।

श्रीराम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा निमित्त सप्तर्षि एवं संतों का संदेश

अब हम ‘सनातन धर्मराज्य’ की ओर मार्गक्रमण कर रहे हैं, जिसे ‘हिन्दू राष्ट्र’ भी कह सकते हैं । इस कालावधि में ‘अयोध्या में प्रभु श्रीराम के मंदिर का निर्माण होकर ‘श्रीराममूर्ति’ की प्राणप्रतिष्ठा होना’, ईश्वरीय नियोजन है ।

भारत का अलौकिक महत्त्व ध्यान में लाकर देनेवाली भगवान श्रीविष्णु की देह में विद्यमान सप्तस्थान भारत के सात मोक्षनगर !

‘अयोध्या’, मथुरा, मायापुरी (हरिद्वार), काशी (वाराणसी), कांचीपुरम्, अवंतिका (उज्जैन) एवं द्वारका ये भारत के सात मोक्षनगर हैं । इसमें ‘अयोध्या’ अग्रणी है ।

Kashi Vaidik Education : काशी में दक्षिण भारत का सबसे बडा वेद विद्या का केंद्र निर्माण किया जाएगा ! – वी. एस. सुब्रह्मण्यम

मणि ने आगे कहा कि, इस केंद्र में २ योजनाओं के अंतर्गत वेदविद्या पढाई जाएगी । पहली पूर्णसमय वेद विद्या योजना होगी ।