सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार
‘हम व्यक्तिगत जीवन में विभिन्न प्रसंगों में उचित निर्णय परिजन, संबंधी, मित्र, वैद्य, अधिवक्ता, लेखा परीक्षक आदि से पूछकर लेते हैं । उसी प्रकार राष्ट्र एवं धर्म संबंधीनिर्णय राष्ट्र एवं धर्म प्रेमी संतों से ही पूछकर लेने
चाहिए !’