हिन्दुओ, शत्रु सीमोल्लंघन कर रहा है; इसलिए अपनी रक्षा की तैयारी करो !

विजयादशमी का अर्थ है सीमोल्लंघन कर शत्रु के राज्य में घुसकर विजय प्राप्त करने की परंपरा का स्मरण दिलानेवाला त्योहार !

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार

‘एक एटम बम में लाखों बंदूकों का सामर्थ्य होता है, उसी प्रकार आध्यात्मिक बल में भौतिक, शारीरिक एवं मानसिक बल से अनंत गुना अधिक सामर्थ्य होता हैे । इसी कारण धर्मप्रेमी ‘संख्याबल अल्प होने पर भी हिन्दू राष्ट्र कैसे साकार होगा ?’, इसकी चिंता न करें ।’

प्रसाद के लड्डू अब पूरी तरह शुद्ध एवं पवित्र हैं !- तिरुमला तिरुपति देवस्थानम्

प्रसादम् अर्थात प्रसाद के लड्डू अब पूरी तरह शुद्ध एवं पवित्र हैं । तिरुपति बालाजी मंदिर का प्रबंधन देखनेवाले तिरुमला तिरूपति देवस्थानम् ने कहा, ‘हम इसे वैसे ही बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं ।’

माहभर में ५० सहस्र बांग्लादेशियों का भारत में प्रवेश !

बांग्लादेश के एक युवक हिन्दू नेता ने अपना मत रखते हुए कहा, ‘हम बांग्लादेशी हिन्दू हमारी दयनीय स्थिति शब्दों में कह नहीं सकते । हम पर विविध प्रकार के संकट आ रहे हैं ।

‘ओम प्रमाणपत्र’ वितरण आंदोलन को सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के शुभाशीर्वाद !

प्रसाद की शुद्धता बनाए रखने के लिए दिया जाएगा प्रमाणपत्र

संपादकीय : हिमाचल प्रदेश की भांति एकजुटता दिखाएं !

केवल अवैध हैं, इसीलिए नहीं; अपितु मस्जिदों तथा मदरसों से हिन्दुओं को जो उद्दंडता दिखाई जाती है, वह देश एवं धर्म के लिए घातक है !

‘वक्फ कानून’: ‘सेक्युलर’ (धर्मनिरपेक्ष) घोटाले का अंत होने का समय अब आ चुका है !

भारत में ‘वक्फ कानून’ अन्य धर्माें से पूर्ण भेदभाव करनेवाला कानून है । वक्फ बोर्ड को दिए विशेष अधिकारों के कारण ‘सेक्युलर’ भारत में भय का वातावरण है । प्रस्तुत लेख में उक्त तथा अन्य सूत्रों पर चर्चा की गई है ।

बलपूर्वक धर्मांतरण के विरुद्ध उत्तरप्रदेश उच्च न्यायालय का निर्णय !

उत्तर प्रदेश में अजीम नाम के कट्टरपंथी धर्मांध ने बलपूर्वक एक हिन्दू लडकी का धर्मांतरण कर उसके साथ विवाह किया । इस प्रकरण में उसे बंदी बनाया गया । उसके द्वारा जमानत के लिए किया आवेदन उत्तर प्रदेश उच्च न्यायालय ने अस्वीकार कर दिया ।

हस्तरेखा शास्त्र का प्राथमिक परिचय

‘व्यक्ति के हाथों की रेखाएं उसके मस्तिष्क का आलेख होती हैं । व्यक्ति के मन में यदि ६ माह से निरंतर एक ही विचार आता हो, तो हथेली के एक विशिष्ट क्षेत्र में उसकी रेखा तैयार होती है । ये रेखाएं तात्कालिक अथवा हाथों की मुख्य रेखाओं का विस्तार होती हैं ।

पेट की समस्याएं, दोष लक्षण एवं ऋतु के अनुसार पथ्यकारक पदार्थ !

आम्लपित्त से ग्रस्त रोगियों की पाचन संबंधी समस्याओं को ध्यान में लेकर कहते हैं, ‘आप तो कुछ भी न खाएं । मिर्च न खाएं, पनीर न खाएं; मैदा, रवा, पोहा, बेकरीजन्य पदार्थ, ब्रेड, आलू आदि न खाएं ! तो मैं खाऊं तो क्या खाऊं ?’, अनेक बार यह प्रश्न उठता है ।