मन एवं बुद्धि से परे अर्थात सूक्ष्म को जानने की तीव्र क्षमता रखनेवाली श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळजी !
साधकों को श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळजी में विद्यमान दिव्यता की हुई प्रतीति !
साधकों को श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळजी में विद्यमान दिव्यता की हुई प्रतीति !
‘एक बार मैं एक सूत्र के संदर्भ में बात करने के लिए श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी के पास गई थी । हमारी बात समाप्त होने पर उन्होंने मुझसे कहा, ‘‘अब तुम चिंता न करो, अच्छी सेवा करो; परमेश्वर की आरती !’’ उस समय मुझे आश्चर्य होकर आनंद हुआ ।
वर्तमान समय में संस्कृत भाषा प्रचलित न होने के कारण सर्वसामान्य लोगों को उन संस्कृत श्लोकों के अर्थ समझ में नहीं आते । इसलिए लेखक अपने लेख में श्लोकों के साथ उनका अर्थ भी स्पष्ट करें, तो पाठकों को उसका अधिक लाभ मिलेगा ।’
‘सनातन का राष्ट्र एवं धर्मजागृति का कार्य जैसे-जैसे बढ रहा है, वैसे-वैसे अनिष्ट शक्तियां इस कार्य में बाधाएं उत्पन्न करने के लिए बडे स्तर पर कार्यरत हो गई हैं ।
लगभग १ सहस्र ३०० श्रद्धालुओं ने इस प्रदर्शनी का लाभ उठाया ।
सनातन संस्था की ओर से १० सितंबर को यहां के ‘एफ १२५ सेक्टर १०’ में जिज्ञासु मीनू शर्मा के घर पर ‘श्री गणेशोत्सव का शास्त्र’ विषय पर प्रवचन आयोजित किया गया था ।