बिहार में पुन: एक बार दारू के कारण १२ लोगों की मृत्यु

पुन:एक बार पुन: यह सिद्ध हुआ कि जनता दल (संयुक्त) तथा राष्ट्रीय जनता दल के राज्य में केवल नाम के लिए मदिरा-दारूबंदी है !

कर्नाटक में ‘सलाम आरती’ को अब ‘संध्या आरती’ संबोधित किया जाएगा !

हिन्दू संगठनों की मांग सफल हुई ।
टीपू सुल्तान के कारण कहा जाता था ‘सलाम आरती’ !

पंजाब में पुलिस थाने पर रॉकेट लांचर द्वारा आक्रमण !

पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है, तभी से खालिस्तानी आतंकवादियों की गतिविधियों में बडी मात्रा में वृद्धि हुई है । यह देखते हुए केंद्र सरकार को अब कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है !

प्रतिष्ठित वरिष्ठ अधिवक्ताओं को कुछ समय के लिए उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति बनाएं !

देश के विविध उच्च न्यायालयों में आज भी अनेक न्यायालयीन पद रिक्त हैं । इस कारण इन न्यायालयों में प्रकरण बडी मात्रा में प्रलंबित हैं । इस पर उपाय निकालने के लिए उच्चतम न्यायालय ने केंद्र सरकार को एक सूचना जारी की है ।

केरल में साम्यवादी सरकार के निर्देशानुसार स्वयंसेवी गुट द्वारा ली जा रही समानता की शपथ मौलवियों द्वारा बंद की गई !

यह है केरल की साम्यवादी सरकार का वास्तविक रूप ! सदैव स्त्री-पुरुष समानता के विषय में बोलनेवाले साम्यवादी मुसलमानों के तुष्टीकरण के कारण किस प्रकार तत्त्वों को छोड देते हैं, यह इसी का उदाहरण है !

श्रीकृष्णजन्मभूमि में स्थित विवादित मस्जिद में प्रवेश करने का प्रयास करनेवाला हिन्दू महासभा का नेता गिरफ्तार !

यह प्रकरण न्यायप्रविष्ट होने से उस पर तीव्रगति से निर्णय आने के लिए सरकार प्रयास कर सच्चाई सामने लाएगी, तो ऐसी घटनाएं बार-बार नहीं होंगी !

बंगलुरू के विद्यालयों में विद्यार्थियों के बैग में मिले निरोध, गर्भनिरोधक गोलियां और सिगरेट !

बच्चों पर संस्कार करने के लिए अभिभावक उनको विद्यालय में भेजते हैं; लेकिन वे वहां क्या करते हैं, यह इस घटना से ध्यान में आता है । घर, विद्यालय और समाज में बच्चों पर योग्य संस्कार होने के लिए प्रयास करने के लिए वहां वैसा वातावरण भी निर्माण करने की आवश्यकता है !

भारत का शत्रु : भ्रष्टाचार

पानी में रहनेवाली मछली पानी कब पीती है, यह हम नहीं समझ सकते, उसी प्रकार सरकारी अधिकारी भ्रष्टाचार कब करते हैं, इसे हम नहीं पहचान सकते’, ऐसा आर्य चाणक्य ने भ्रष्टाचार के विषय में लिख रखा है ।

कोरोना प्रतिबंधक वैक्सिन के कारण हुई मृत्यु के लिए केंद्र सरकार उत्तरदायी नहीं !

हमें मृत व्यक्ति और उसके परिवार के विषय में संपूर्ण सहानुभूति है; लेकिन वैक्सिनेशन के उपरांत व्यक्ति पर हुए किसी भी प्रतिकूल परिणाम के लिए हमें उत्तरदायी नहीं ठहराया जा सकता, ऐसा प्रतिज्ञापत्र केंद्र सरकार ने उच्चतम न्यायालय में प्रस्तुत किया ।

अवैध कागद-पत्रों (दस्तावेजों) पर हस्ताक्षर करने के लिए मुझ पर डाला दबाव !

राज्यपाल द्वारा लगाया गया आरोप गंभीर होने के कारण केंद्र सरकार को इसकी जांच करनी आवश्यक !