राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान द्वारा केरल सरकार पर गंभीर आरोप !
नई देहली – केरल के राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान ने कहा है, ‘मुझपर आरोप लगाए जा रहे हैं कि केरल सरकार की कार्य पद्धति में मैं हस्तक्षेप कर रहा हूं, परंतु मैं पिनराई विजयन सरकार को आवाहान करता हूं कि वे मेरे विरुद्ध न्यूनतम एक प्रमाण दिखाएं, जिसमें एक राज्यपाल के रूप में मैंने संविधान के विरुद्ध सरकारी कार्य पद्धति में हस्तक्षेप किया हो । यदि ऐसा प्रमाण देते हैं, तो मैं तुरंत त्यागपत्र दे दूंगा ।’ एक अंग्रेजी समाचार पत्र के कार्यक्रम में वे ऐसा बोल रहे थे ।
#TNS2022: केरल वीसी विवाद की पूरी कहानी राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान की जुबानी सुनिए@RShivshankar के सवाल, @KeralaGovernor के जवाब LIVE#TimesNowSummit2022 LIVE👉https://t.co/7S15exY5cv@Herbalifeindia @GEIndia pic.twitter.com/PUx82rYQv1
— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) November 25, 2022
इस समय उन्होंने केरल सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अवैध कागद-पत्रों (दस्तावेजों) पर हस्ताक्षर करने के लिए मुझ पर दबाव डाला गया था । राज्यपाल खान ने राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की नियुक्ति पर सभी ११ कुलगुरुओं के त्यागपत्र की मांग की, इसलिए उनके विरुद्ध यह आरोप लगाया जा रहा है ।
राज्य के सरकारी पदों की नियुक्ति में भाई-भतीजावाद को बढावा !
इस समय खान ने कहा कि केरल में सरकारी स्थानों की नियुक्ति करते समय सत्ताधारी मार्क्सवादी पार्टी के लोगों अथवा उनके संबंधियों को प्राथमिकता दी जाती है ।
संपादकीय भूमिकाराज्यपाल द्वारा लगाया गया आरोप गंभीर होने के कारण केंद्र सरकार को इसकी जांच करनी आवश्यक ! |