टीकाकरण के लिए दबाव नहीं डाल सकते ! – सर्वोच्च न्यायालय
टीका न लेनेवालों को सार्वजनिक स्थल के लिए प्रतिबंधित करना सरकारों की मनमानी है !
टीका न लेनेवालों को सार्वजनिक स्थल के लिए प्रतिबंधित करना सरकारों की मनमानी है !
चीन के हेनान प्रांत में बर्ड फ्लू के ‘एच् ३ एन् ८’ प्रकार के पहले मानवी संसर्ग का निरीक्षण सामने आया है। पूरे विश्व में किसी मानव में बर्ड फ्लू का पाया गया यह पहला संक्रमण है।
कोरोना एक बहुत बडा संकट था, और यह संकट समाप्त हुआ है, ऐसा हम कह ही नहीं सकते । अब भले ही वह न हो, परंतु `वह पुन: कब आएगा’, यह हमे पता नहीं है ।
यह विज्ञान द्वारा की गई प्रगति का दुष्परिणाम !
पिछले वर्ष कोरोना की दूसरी लहर में भारत में कोरोना गति से फैलने से पश्चिमी मीडिया ने किसी भी प्रकार से भारत की खिंचाई की थी । अब युरोप के मृतप्राय स्थिति में आने से वहां की मीडिया मौन धारण किए हुए है । यह उनका दोहरापना है, यह ध्यान दें !
जनता द्वारा कोरोना के संबंध में निवारक नियमों का पालन न करने के कारण रोगियों की संख्या बढ रही है, यह ध्यान रखते हुए जनता नियमों का पालन करें ! भारतीयों के लिए लज्जाजनक बात है कि, अनुशासन-हीन लोग कोरोना को आमंत्रित कर रहे हैं !
केंद्र सरकार द्वारा की घोषणा के अनुसार देशभर में ८ जनवरी से कोरोना प्रतिबंधात्मक टीके का बूस्टर डोज दिया जाएगा । इस डोज के लिए ‘कोविन’ इस ऐप पर नए सिरे से पंजीकरण करने की कोई भी आवश्यकता नहीं ।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू.एच.ओ.) के वैज्ञानिकों ने कहा है, कि वर्ष २०२२ तक कोरोना महामारी समाप्त हो जाएगी । इस संगठन के १०० वैज्ञानिकों के एक प्रतिवेदन में यह दावा किया गया है । इस बात की जानकारी एसोसिएशन के महानिदेशक ने ट्वीट करके दी है ।
भारतीय संस्कृति का इस प्रकार पुनर्जीवित होना अभिनंदनीय है ! अब देश के अन्य चिकित्सालयों में भी ऐसा विभाग आरंभ होना चाहिए !
एक शोध से ये निष्कर्ष सामने आया है, कि पकाते समय कच्चे रहे चावल खाने से कर्क रोग (कैंसर) का संकट हो सकता है ।