Maternal Mortality Rate In India : भारत में वर्ष २०२३ में अनुमानित १९ सहस्त्र गर्भवती महिलाओं की मृत्यु

भारत में वर्ष २०२३ में अनुमानतः प्रतिदिन औसतन ५२ महिलाओं की जान चली गई। यह आंकड़ा दुनिया भर में गर्भवती महिलाओं की कुल मृत्यु का ७.२ प्रतिशत है, ऐसी जानकारी संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में दी गई है।

‘कार्डियक अरेस्ट’ से ग्रस्त रोगियों के लिए ‘कार्डियक रिससिटेशन’ की (हृदय-पुनरुज्जीवन तंत्र’ की ‘कोल्स-कॉॅम्प्रेशन ओन्ली लाइफ सपोर्ट’ की प्रक्रिया एक संजीवनी ही है !

‘एक सामान्य व्यक्ति भी रोगी की सहायता कर सकता है’, यह सभी को ज्ञात हो; इस विषय में उद्बोधन करना समय की मांग है ।

‘एच.एम.पी.वी.’ के लक्षण दिखाई देने पर रहें सतर्क

वर्तमान में वॉट्स एप पर ‘ह्युमन मेटापन्यूमो वाइरस’ इस बीमारी के विषय में एक विज्ञप्ति घूम रही है । भले ही यह बीमारी अभी हम तक नहीं पहुंची हो, तब भी पिछले एक महिने से कष्टकारी तथा शीघ्र स्वस्थ न होनेवाले खांसी-सर्दी के रोगी दिखाई दिए हैं ।

फेफडे की क्षमता में सुधार लाने हेतु नियमितरूप से प्राणायाम तथा श्वास से संबंधित व्यायाम करें !

इस स्तंभ से हम व्यायाम की आवश्यकता तथा उसके महत्त्व की जानकारी लेनेवाले हैं, साथ ही व्यायाम के संबंध में शंकाओं का समाधान भी करेंगे ।

­व्यायाम करने के लिए आयु का कोई बंधन नहीं है !

आपकी आयु चाहे कितनी भी हो; परंतु व्यायाम का आनंद उठाने में विलंब नहीं हुआ है । अपनी स्वयं की क्षमता के अनुसार व्यायाम करना आरंभ करें तथा कोई शारीरिक कष्ट हो, तो व्यायाम का नया प्रकार आरंभ करने से पूर्व डॉक्टर से परामर्श लें !

व्यायाम करना उबाऊ लग रहा है ? तो यह करें !

किसी भी कार्य के लिए समय सुनिश्चित करने से ‘उसी समयावधि में हमें वह कृति करनी है’, इसका स्मरण रहता है तथा प्रतिदिन उन कृतियों को करने से हम उसके अभ्यस्त हो जाते हैं ।

क्या केवल वजन घटाने के लिए व्यायाम किया जाता है ?

व्यायाम एक समग्र स्वास्थ्यवर्धक क्रिया है । वह केवल वजन घटाने का साधन नहीं है । अतः हम सभी अपने शरीर एवं मन को स्वस्थ रखने में आनेवाली सभी बाधाएं दूर करने के लिए, नियमितरूप से व्यायाम करने का प्रयास करेंगे !’ 

Bihar Heat Wave : अत्यंत उष्णता के कारण बिहार के एक विद्यालय में ५० से अधिक छात्राएं बेसुध (अचेत) !

शेखपुरा जिले के एक सरकारी विद्यालय में ५० से अधिक छात्राएं अत्यंत गर्मी के कारण अचानक बेसुध हो गईं । इस कारण हडबडी मच गई । रुग्णवाहिका (एंब्युलेंस) बुलाने पर भी वह समय पर न आने से छात्राओं को निकट के चिकित्सालय में भर्ती किया गया है ।

विश्वभर में युवा पीढी द्वारा शाकाहार लेने की मात्रा में वृद्धि ! – अमेरिकी संशोधन

विश्वभर में युवा पीढी की पसंद अब शाकाहार की ओर होने की बात सामने आई है । यह अच्छा संकेत है ।

कोरोना संक्रमित रुग्ण जो बाद में पीडित हुए, उनकी मृत्यु की संभावना तीन गुना बढ गई !

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद का अनुसंधान