राष्ट्रध्वज का अनादर टालने के लिए मुंबई के उपनगरों में जनजागृति !

सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति पिछले २३ वर्षों से राष्ट्रध्वज का अवमान रोकने के लिए शासन और प्रशासन को बारंबार ज्ञापन देना, जनजागृति करना जैसे अभियान चला रही है । अब इस अभियान का संज्ञान शासकीय स्तर पर भी लेकर उस दिशा में कार्य होना, इस अभियान की सफलता का प्रमाण है !

Karnataka Love JIhad Issue : कांग्रेस नगरसेवक एवं पीडिता के पिता को लव जिहाद का अस्तित्व स्वीकार; परंतु गृहमंत्री को अस्वीकार !

लव जिहाद का वास्तव अस्वीकार कर कर्नाटक की युवतियों और महिलाओं की सुरक्षा से खिलवाड करनेवाले कर्नाटक के गृहमंत्री ! ऐसे राज्यकर्ताओं के राज्य में लव जिहाद की घटनाएं होकर युवतियों का जीवन ध्वस्त होगा, तो कोई आश्‍चर्य नहीं लगना चाहिए !

‘मस्जिद’ की चाबियां सरकार के पास ही रहेंगी ! – सर्वोच्च न्यायालय

हिन्दू जनजागृति समिति एवं पांडववाडा संघर्ष समिति समान हिन्दू दल ‘वक्फ मंडल’ की घुसपैठ से पांडववाडा को मुक्त करने के लिए संघर्ष कर रहे थे ।

संपादकीय : ‘ममता’ का द्वेष !

राष्ट्रद्वेषी ममता बनर्जी के कारण बंगाल का बांग्लादेश की दिशा में मार्गक्रमण रोकने हेतु केंद्र सरकार एवं भारतवासी सक्रिय हों !

Kejriwal Lust For Power : केजरीवाल के कारागृह में जाने के कारण छात्रों की शिक्षा पर प्रभाव नहीं पडना चाहिए !

केजरीवाल सत्ता के स्वार्थ में अभी भी मुख्यमंत्रीपद त्याग नहीं रहे हैं, यह बात लज्जाजनक है । देहली की जनता को अब केजरीवाल पर मुख्यमंत्रीपद का त्यागपत्र देने के लिए दबाव लाना चाहिए !

Rohingya Gang-Raped Tribal Girls: मेघालय में रोहिंग्या घुसपैठिये आदिवासी लड़कियों से कर रहे सामूहिक बलात्कार !

अब सरकार को तुरंत ‘एनआरसी’ (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर) लागू करना चाहिए तथा घुसपैठियों को बाहर निकालने का अभियान चलाना चाहिए !

TMC Attack On BJP : बंगाल में ‘जय श्रीराम’ का जयघोष करने पर भाजपा कार्यकर्ताओं पर आक्रमण : १५ लोग घायल 

भाजपा की ओर से तृणमूल कांग्रेस पर आरोप 

Uttarakhand forest fire : उत्तराखंड के जंगल में लगी आग अभी तक सुलग रही है !

यह आग सुलग रही है तथा उसे नियंत्रित करने के लिए वन विभाग के कर्मचारी, अग्निशमन दल, पुलिस एवं सैनिक भी प्रयास कर रहे हैं । वायुदल के ‘एम.आई.-१७’ हेलिकौप्टर्स द्वारा पानी का छिडकाव भी किया जा रहा है ।

SANATAN PRABHAT EXCLUSIVE : महाराष्ट्र में ८५ प्रतिशत भिखारी भीख मांगने को अपना ‘व्यवसाय’ मानते हैं!

इस व्यवसाय की आपराधिक पृष्ठभूमि की गंभीर प्रकृति को ध्यान में रखते हुए गृह विभाग को भिखारियों के पीछे कार्यरत आपराधिक टोलियों को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए, ऐसी मांग लोगों द्वारा की जा रही है।