श्री तुलजाभवानी मंदिर की अर्पणपेटी में घोटाले के पैसे दोषियों से वसूल किए जाएं !- पू. (अधिवक्‍ता) सुरेश कुलकर्णी, मुंबई उच्‍च न्‍यायालय

श्री तुलजाभवानी मंदिर में ८ करोड ४५ लाख ९७ हजार रुपए का दान-पेटी घोटाला हुआ था । इस घोटाले की जांच बंद करने का सरकार के आदेश को मुंबई उच्‍च न्‍यायालय के छत्रपति संभाजीनगर खंडपीठ ने रद्द कर दिया ।

Tuljabhavanidevi Temple Donation Scam : श्री तुळजापुर के पुजारी मंडल की ओर से हिन्दू विधिज्ञ परिषद के संस्थापक-सदस्य अधिवक्ता (पू.) सुरेश कुलकर्णीजी का सम्मान  !

कुछ दिन पूर्व ही अधिवक्ता (पू.) कुलकर्णीजी के कारण सभी अपराधियों पर अपराध प्रविष्ट करने का आदेश मुंबई उच्च न्यायालय के औरंगाबाद खंडपीठ ने दिया ।

पारंपरिक वाद्य ले जानेवाले भक्तों को मंदिर के महाद्वार पर ही रोक दिया जाता है !

ये सभी प्रथा-परंपराओं का पालन करते समय पारंपरिक वाद्य बजाए जाते हैं । विधि के लिए भक्त धूमधाम से देवी के मंदिर में आते हैं । प्रतिबंधित करने से यह परंपरा बंद हो जाने का भय है ।

(और इनकी सुनिए…) ‘श्री तुलजाभवानीदेवी मंदिर के गहने चोरी होने के प्रकरण की जांच सही दिशा से !’ – निलेश देशमुख, उपविभागीय पुलिस अधिकारी 

३ माह उपरांत भी फरार आरोपी न मिलने पर पुलिस का अजब दावा !

श्री तुलजाभवानी मंदिर में गहनो की चोरी प्रकरण से संबंधित लोगों की ‘नार्को’ जांच करें !

‘श्री तुलजाभवानी पुजारी मंडल के पूर्व अध्यक्ष श्री किशोर गंगणे की गृहमंत्री से मांग

Shri Tulja Bhavani Temple : श्री भवानी देवी का गायब हुआ सोने का मुकुट मिला !

मुकुट खोने की झूठी प्रविष्टि करनेवालों को सरकार को आजीवन कारावास में डालना चाहिए !

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के दूसरे दिन ‘धर्म एवं मंदिरों की रक्षा’ विषय पर मान्यवरों द्वारा रखे गए स्पष्टतापूर्ण विचार !

तुळजापुर के श्री तुळजाभवानी मंदिर के भ्रष्टाचार का प्रकरण वर्ष २०१० से मुंबई उच्च न्यायालय में न्यायप्रविष्ट है । इस भ्रष्टाचार की सी.आइ.डी. जांच पूर्ण होकर ४ वर्ष हुए; परंतु अभीतक कोई कार्रवाई नहीं की गई, यह खेदजनक है ।

प्रत्येक मंदिर सरकारीकरण से मुक्त होने तक लडाई चलती रहेगी ! – सुनील घनवट, महाराष्ट्र आणि छत्तीसगढ राज्य संगठक, हिन्दू जनजागृति समिति

मंदिरों का धन मंदिरों के लिए अथवा हिन्दू धर्म के लिए ही उपयोग में आए । भारत की धर्मनिरपेक्ष सरकार केवल हिन्दुओं के मंदिर हथियाकर उसका धन हडपने का अथवा मंदिरों की प्राचीन प्रथा-परंपराओं को बदलने का प्रयत्न करती है; परंतु वह मस्जिद अथवा चर्च सरकार के नियंत्रण में नहीं ला सकती ।

मंदिर धर्मशिक्षा के केंद्र बनें ! – सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी, धर्मप्रचारक संत, हिन्दू जनजागृति समिति

‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ के दूसरे दिन (१७.६.२०२३ को) के द्वितीय सत्र में ‘मंदिरों का सुप्रबंधन’ विषय पर विचारगोष्ठी का आयोजन किया गया, उसे संबोधित करते हुए सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी ऐसा बोल रहे थे ।