श्री तुलजाभवानी मंदिर में गहनो की चोरी प्रकरण से संबंधित लोगों की ‘नार्को’ जांच करें !

‘श्री तुलजाभवानी पुजारी मंडल के पूर्व अध्यक्ष श्री किशोर गंगणे की गृहमंत्री से मांग

(नार्को जांच द्वारा आरोपी को कुछ दवाइयां देकर उसका मन सुस्त किया जाता है । इसके उपरांत उसके पास से आवश्यक जानकारी लेने का प्रयास किया जाता है ।)

श्री तुळजाभवानी

तुलजापुर (जिला धारशिव) – श्री तुलजाभवानी मंदिर से चोरी किए गए देवी के ऐतिहासिक आभूषण, मूल्यवान वस्तुएं और ७१ पुरातन मुद्राएं इस प्रकरण में जांच चालू है । मंदिर के गहने ८ वें शतक के हैं । इन आभूषणों में देवी की अति मूल्यवान रत्न जडित चांदी के खडाऊ भी हैं ।
इतने गंभीर प्रकरण के विषय में मंदिर के वर्तमान और पूर्व ट्रस्टी में से कोई भी आवाज उठाने के लिए तैयार नहीं । तो भी इस प्रकरण में तत्कालीन तहसीलदार सतीश राऊत (१० से १५ वर्ष सांसद शरदचंद्र पवार के स्वीय सहायक), दिलीप देवदासजी नाईकवाडी (कोई भी शिक्षा योग्यता नहीं, कारागृह में जाकर वर्तमान में जमानत पर हैं) और महंत चिलोजीबुवा गुरु हमरोजी बुवा (पिछले ३ महीनों से भागे हुए हैं) इन तीनों की नार्को जांच की जानी चाहिए, ऐसी मांग ‘श्री तुलजाभवानी पुजारी मंडल’ के पूर्व अध्यक्ष श्री. किशोर गंगणे ने गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस से एक निवेदन द्वारा की है । (जो बात एक पूर्व अध्यक्ष को ध्यान में आती है यह बात सभी तंंत्र हाथ में होनेवाले पुलिस प्रशासन के ध्यान में क्यों नहीं आती ? महंत चिलोजीबुवा गुरु हमरोजी बुवा का फरार होना इसमें पुलिस की अकार्यक्षमता ध्यान में आती है ! तो भी गृहमंत्री ने इस प्रकरण में तत्काल ध्यान देकर फरार आरोपियों को बंदी बनाकर देवी के गहने वापस कैसे मिलेंगे, इसलिए संबंधित तंत्र को आदेश देना चाहिए, यही सभी देवीभक्तों की इच्छा है ! – संपादक)

‘वर्तमान की जांच में पुलिस को सहायता होने की दृष्टि से उपर्युक्त तीनों की ‘नार्को’ जांच होने पर इसमें वास्तविक रूप से कौन दोषी है ‘, यह पता चलने में सहायता होगी । इन तीनों का नार्को करने का आदेश गृहमंत्री को तत्काल देना चाहिए और देवीभक्तों को न्याय दिलाना चाहिए, ऐसा निवेदन में कहा है ।