Haveri Waqf Board Land Jihad : हावेरी (कर्नाटक) में हिन्दुओं के मंदिर वक्फ बोर्ड नियंत्रणमें लेने को लेकर तनाव
वक्फ कानून निरस्त करना कितना आवश्यक हो गया है, यह प्रतिदिन सामने आनेवाली ऐसी घटनाओं से तीव्रता से प्रतीत हो रहा है ।
वक्फ कानून निरस्त करना कितना आवश्यक हो गया है, यह प्रतिदिन सामने आनेवाली ऐसी घटनाओं से तीव्रता से प्रतीत हो रहा है ।
हिन्दू कभी भी दूसरे धर्मों की मान्यताओं का उपहास नहीं करते; किंतु अन्य धर्म विशेषकर ईसाई और ईसाई मिशनरियां हिन्दुओं की मान्यताओं का उपहास उड़ाते दिखते हैं।
बीते अनेक दशकों से ईसाई मिशनरी खुलकर हिन्दुओं का धर्मांतरण करवा रहे हैं, किन्तु आजतक हिन्दुओं द्वारा उसे रोक नहीं पाना लज्जाजनक !
इससे ज्ञात होता है कि यह अमेरिकी संगठन हिन्दुओं के नाम पर संगठन स्थापित करके हिन्दुओं को विभाजित करने का प्रयास कर रहा है! क्या इस संगठन के पीछे भारत विरोधी अमेरिकी सरकार है? इसका पता लगाया जाना चाहिए!
यद्यपि कमला हैरिस भारतीय मूल की हिन्दू हैं, किंतु उन्होंने कभी भी हिन्दुओं के विरुध्द अत्याचार पर कोई बयान नहीं दिया है, इसलिए अगर ट्रम्प स्वयं को हिन्दुओं से अपनत्व प्राप्त करते हैं तो आश्चर्यचकित न हों !
जमीर अहमद खान द्वारा किया गया वक्तव्य बिल्कुल यथार्थ है । दोनों का उद्देश्य एक ही है । सरकारनियंत्रित हिन्दू धर्मादाय संस्था हिन्दुओं के मंदिरों को मिले देवनिधि में हेराफेरी करती हैं, जबकि वक्फ बोर्ड हिन्दू मंदिर तथा हिन्दुओं की संपत्ति स्वयं की संपत्ति हाेने का दावा करता है ।
राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने ‘अदृश्य लोग-उम्मीद और साहस की कहानियाँ’ नामक पुस्तक शालेय अभ्यासक्रम में सम्मिलित की थी ।
आंध्र प्रदेश सरकार ने नए तिरुमला तिरुपति देवस्थानम मंडल की घोषणा की है। इसके अंतर्गत बोलिनानी राजगोपाल (बी.आर.) नायडू को अध्यक्ष बनाया गया है।
क्रोधित होने पर हिन्दू कानून अपने हाथ में लेते हैं; लेकिन लव जिहाद की घटनाएं नहीं रुक रही हैं । क्योंकि हिन्दू लड़कियों को धार्मिक शिक्षा नहीं मिलती, उन्हें अपने धर्म पर गर्व नहीं होता तथा वे मुसलमानों के झूठे प्रेम में पड़ जाती हैं !
ऐसी याचिका करने वालों पर ही कार्यवाही करने की आवश्यकता है । घुसपैठियों को देश से निर्वासित करने की आवश्यकता होते हुए भी उन्हें सहायता करने के लिए न्यायालय तक जानेवाले लोगों को भी देश से निर्वासित करना चाहिए !