पुस्तक में हिन्दुओं को अपराधी ठहराया गया था ।
जयपूर (राजस्थान) – राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने ‘अदृश्य लोग-उम्मीद और साहस की कहानियाँ’ नामक पुस्तक शालेय अभ्यासक्रम में सम्मिलित की थी । यह पुस्तक ही शालेय अभ्यासक्रम से हटाने का निर्णय वर्तमान की भाजपा सरकार ने लिया है । सरकार ने कहा कि इस पुस्तक में गोध्रा हत्याकांड के विषय में चूक जानकारी देने के कारण यह निर्णय लिया गया है । वर्ष २००२ में गुजरात के गोध्रा रेलवे स्थानक पर खडी साबरमती एक्सप्रेस के २ डिब्बे मुसलमानों द्वारा जलाए गए थे । इसमें ५९ कारसेवकों की मृत्यु हो गई थी ।
१. राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि इस पुस्तक में गोध्रा हत्याकांड के विषय में झूठी जानकारी दी गई है तथा २ समाजों में अंतर कैसा होगा, जानबूझकर इसका प्रयास किया गया है । इस पुस्तक में जिन लोगों ने साबरमती एक्सप्रेस को जलाया, उनकी बाजू उचित थी, ऐसा भी उल्लेख किया गया है । हिन्दुओं की बाजू अपराधीसदृश प्रस्तुत की गई है । गोध्रा घटना होने के समय गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर नरेंद्र मोदी थे । इस पुस्तक में नरेंद्र मोदी की भी अपकीर्ती की गई है । इसलिए हमने यह पुस्तक हटाने का निर्णय लिया है ।
२. शिक्षामंत्री मदन दिलावर ने इस पुस्तक के प्रकरण में भूतपूर्व शिक्षामंत्री तथा कांग्रेस के नेता गोविंद सिंह डोटासरा पर आरोप किए हैं । उन्होंने कहा कि गोविंद सिंह ने जानबूझकर यह पुस्तक बच्चों के अभ्यासक्रम में सम्मिलित की ।
३. इस पर गोविंद सिंह ने कहा कि मैंने किसी भी पुस्तक को सम्मति नहीं दी थी । मदन दिलावर मेरे विरोध में झूठे आरोप कर रहे हैं ।