Rajasthan High Court : मंदिर कोई प्रबंधकों की व्यक्तिगत संपत्ति नहीं हैं !
राजस्थान उच्च न्यायालय ने एक प्रकरण में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधक को आडे हाथ लिया है ।
राजस्थान उच्च न्यायालय ने एक प्रकरण में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधक को आडे हाथ लिया है ।
केरल उच्च न्यायालय ने हाल ही में अभिनेताओं तथा प्रसिद्ध हस्तियों को उन फिल्मों में भूमिका नहीं निभाने का निर्देश दिया है जो महिलाओं को अपमानजनक ढंग से चित्रित करती हैं ।
गैरमुस्लिम महिलाओं को फंसा कर विवाह द्वारा इस्लाम में धर्मांतरित किया जा रहा है ।
उत्तर प्रदेश में अजीम नाम के कट्टरपंथी धर्मांध ने बलपूर्वक एक हिन्दू लडकी का धर्मांतरण कर उसके साथ विवाह किया । इस प्रकरण में उसे बंदी बनाया गया । उसके द्वारा जमानत के लिए किया आवेदन उत्तर प्रदेश उच्च न्यायालय ने अस्वीकार कर दिया ।
इन समस्याओं का हल निकालने हेतु भारत में तत्काल समान नागरिक कानून / संहिता लागू करना आवश्यक !
अब हिन्दू भी स्वधर्म की शिक्षा लेकर धर्माभिमान वृद्धिंगत करें, जिससे कोई भी उनका धर्मांतरण करने का दुःसाहस न कर सके !
न्यायमूर्ति एस.के. साहू ने कहा, ‘ऐसी धोखाधडी के प्रतिपादनों के कारण कानूनी व्यावसायिकों के विश्वास को हानि पहुंचती है तथा न्यायप्रणाली के कामकाज में बाधाएं निर्माण होती हैं । इस कारण जनता का न्यायतंत्र के प्रति विश्वास अल्प हो जाता है ।’
एक राज्य में यौन-उत्पीडन के इतने अभियोग यदि प्रलंबित होंगे, तो पूरे देश में क्या स्थिति होगी, इसकी कल्पना ही न करें, तो अच्छा !
यह स्थान भगवान श्री संकटमोचन महादेव विराजमान मंदिर के रूपमें घोषित करने तथा मंदिर केे पुनर्निर्माण हेतु केंद्र सरकार को सूचना देने की मांगें की गई हैं । हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने यह याचिका प्रविष्ट (दाखिल) की है ।
हिन्दुओं ने तेजोमहालय में त्योहारों के समय पूजा-अर्चना करने की मांगी अनुमति !