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शिमला (हिमाचल प्रदेश) – यहां संजौली मस्जिद की ३ अवैध मंजिलों को गिराने के आदेश के बाद पिछले ४ माह में फिर से विवाद आरंभ हो गया है क्योंकि आदेश के अनुसार कोई कार्यवाई नहीं हुई । सिविल सोसाइटी और देवभूमि संघर्ष समिति ने इस प्रकरण में शिमला नगर निगम को एक निवेदन सौंपा है । ४ माह पूर्व, महानगर मजिस्ट्रेट की न्यायालय ने मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने का आदेश दिया था; लेकिन ४ माह उपरांत भी इस प्रकरण में कोई कार्यवाई नहीं हुई है । अगर १५ दिन के भीतर मस्जिद का अवैध निर्माण नहीं गिराया गया तो संजौली बाजार बंद कर बडा आंदोलन किया जाएगा और इसके लिए नगर निगम प्रशासन उत्तरदायी होगा’, एसी चैतावनी दी गई । (क्या इस प्रकार आंदोलन की चेतावनी देने से चिकने घड़े समान कांग्रेस सरकार पर कोई प्रभाव पडने वाला है ? इस प्रकार के आंदोलन इसके पहले भी हुए हैं ! – संपादक)
“If the illegal construction is not demolished within 15 days, there will be a major protest!” – A warning from the Citizens of Shimla
Incident of an illegal mosque being constructed in Shimla (Himachal Pradesh)
No action taken even after 4 months of the court order!
It is not… https://t.co/RdY14Er271 pic.twitter.com/SbNBFZOuNU
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) February 19, 2025
१. पिछले वर्ष, इस प्रकरण में विवाद बढ़ने के बाद, शिमला नगर आयुक्त के न्यायालय ने इस मस्जिद की ३ अवैध मंजिलें गिराने का आदेश दिया था । आयुक्त न्यायालय ने वक्फ बोर्ड और मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष से २ माह के अंदर इस आदेश पऱ कार्यवाई करने को कहा था ।
२. हिमाचल कांग्रेस सरकार के मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने विधानसभा में कहा कि मस्जिद में बिना अनुमति के अतिरिक्त निर्माण किया गया, तब यह प्रकरण सामने आया । पिछले वर्ष १२ सितंबर को मस्जिद के अवैध हिस्सों को गिराने की मांग को लेकर किए आंदोलन में १० लोग घायल हुए थे ।
संपादकीय भूमिका
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