हिन्दुओं के विरोध के पश्चात चलचित्र ‘सत्यनारायण की कथा’ का नाम बदलकर किया ‘सत्यप्रेम की कथा’!
हिन्दुओं के संगठन की विजय ! यह प्रशंसनीय है कि हिन्दू अब जागृत होकर देवी-देवताओं के अपमान के विरुद्ध आवाज उठा रहे हैं । इस प्रकार यदि सर्वत्र के हिन्दू जाग गए तो हिन्दू धर्म, देवी-देवताओं, धर्मग्रंथ, संत, राष्ट्रपुरुष आदि का अपमान करने का दुस्साहस कोई नहीं करेगा !