कर्नाटक के मंदिरों को सरकारीकरण से मुक्त किया जाएगा !
कर्नाटक की भाजपा सरकार का अभिनंदनीय निर्णय ! अब देश के अन्य राज्यों को भी ऐसा निर्णय लेना चाहिए, इसके लिए हिन्दुओं को और उनके संगठनों को प्रयास करने चाहिए !
कर्नाटक की भाजपा सरकार का अभिनंदनीय निर्णय ! अब देश के अन्य राज्यों को भी ऐसा निर्णय लेना चाहिए, इसके लिए हिन्दुओं को और उनके संगठनों को प्रयास करने चाहिए !
हिन्दुओं का संगठित होकर विरोध करने का परिणाम !
अब केंद्र की भाजपा सरकार को देश भर के सरकारीकरण हुए मंदिर को सरकार से मुक्त करके उन्हे भक्तों के अधिकार में देना चाहिए, ऐसी हिन्दुओं की अपेक्षा है !
स्वतंत्रता के ७४ वर्षों बाद हिन्दूबाहुल्य भारत में इस प्रकार का पाठ्यक्रम और वह भी एक विश्वविद्यालय में प्रारंभ होना, यह अभी तक की सभी पार्टियों की सरकार के लिए लज्जास्पद
राष्ट्रीय रक्षा और धर्म जागृति के लिए प्रतिबद्ध, हिंदू जनजागृति समिति का यू ट्यूब चैनल १ लाख सदस्यों के मील के पत्थर तक पहुंच गया है ।
‘भगवान नहीं है’, ‘धर्म अफीम की गोली है’, ऐसा कहने वाले कम्युनिस्टों के लिए यह करारा तमाचा है !
इसके साथ ही ‘सुल्तानगंज की पुलिया’ क्षेत्र का नाम बदलकर अब ‘विकल चौक’ किया गया है ।
रेल ने कहा है कि, “’रामायण एक्सप्रेस’ के कर्मचारियों का वेष पूर्णतः परिवर्तित किया गया है । अब ये कर्मचारी व्यावसायिक परिधान में दिखाई देंगे । लोगों को हुई असुविधा के लिए हमें खेद है ।”
जिस मात्रा में उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में मुगल कालीन नाम परिवर्तित कर रही है, ऐसा किसी अन्य राज्य में होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है । केंद्र सरकार को अब संपूर्ण देश में मुगल एवं ब्रिटिश कालीन नाम परिवर्तित करने का निर्णय करना चाहिए !
२६ अक्तूबर के दिन सुकमावती हिन्दू धर्म को विधिवत स्वीकार करने वाली हैं । सुकमावती के ३ लडकों ने भी उन्हें इसके लिए अनुमति दी है । सुकर्णों परिवार मूलरुप से हिन्दू था ।