Swami Jitendranand Saraswati : जब तक हिन्दुओं को ज्ञानवापी नहीं मिलती, तबतक अन्न ग्रहण नहीं करूंगा ! – स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती
आज से वे दिन में केवल सवा लीटर दूध का सेवन करेंगे ।
आज से वे दिन में केवल सवा लीटर दूध का सेवन करेंगे ।
इसके लिए ‘गज नगर’ और ‘हरनंदी नगर’ इन दो नामों पर चर्चा हुई ।
खक तथा स्वराज्य समाचार संस्था के संपादक आनंद रंगनाथन् ने कहा कि ‘भूतकाल में किए कृत्यों से राष्ट्र दुर्बल नहीं होता, अपितु ‘भावी पीढियों’ को उस संदर्भ में क्या और कैसे सिखाया जाता है’, इसपर राष्ट्र का विकास निर्भर होता है ।
किलों को सुरक्षित रखना तो दूर, उलटे उनके सामने शौचालय बनवाना, यह प्रशासन की हिन्दू द्वेष ही है ! सरकार को इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए !
असम के महान हिन्दू योद्धा लचित बरफुकन का भी जीवनचरित्र इस प्रकार के महानाट्य के रूप में विश्व के सामने लाने का विचार !
भारत के वास्तविक इतिहास का पुनर्लेखन होना अति आवश्यक है । निर्माता विवेक रंजन अग्निहोत्री ने यह जो कदम उठाया है, वह अभिनंदनीय ही है !
आज विदेश में भौतिक सुख भले ही मिलता है, किंतु मन की शांति नहीं, यह स्पष्ट दिखाई दे देती है । नैतिकता का भी ह्रास हुआ है । ये दोनों बातें हिन्दू धर्म में हैं । भौतिक सुविधाएं निर्मित करने में भारत को अनेक वर्ष लग सकते हैैं; किंतु साधना के माध्यम से भारत विश्वगुरु हो सकता है ।
यहां परदेवताओं की अनेक मूर्तियां और स्तंभ अधिक रहे हैं । इस विषय में अधिक जानकारी अभी नहीं दी गई है । श्रीराममंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण होने के उपरांत खुदाई के समय मिले अवशेष दर्शन के लिए रखे जाएंगे ।
सरकार तथा नागरिकों को विदेशी संस्कृति के चिह्न मिटाने का कोई भी अवसर नहीं छोडना चाहिए ! हिन्दू महारक्षा अघाडी द्वारा सामने रखा गया यह सूत्र देशभक्त गोमंतकीय तथा भाजपा सरकार द्वारा अपनाकर भारत के इस भाग से एक और विदेशी जुए को उखाड कर संस्कृति को विकसित करने का प्रयास करेगी !
पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद का स्पष्टीकरण !