हिन्दुओं के पुनरुत्थान हेतु आयोजित ‘वर्ल्ड हिन्दू कांग्रेस’ का संक्षिप्त वृत्तांत !

हिन्दू संगठनों में एकता निर्माण करना और सनातन धर्म का द्वेष करनेवालों का अधिक प्रभावी रूप से सामना करना, इन संकल्पों के साथ यहां आयोजित ३ दिवसीय ‘वर्ल्ड हिन्दू कांग्रेस’ संपन्न हुई । इस परिषद में ६१ देशों के २ सहस्र १०० प्रतिनिधि सहभागी हुए ।

हिन्‍दुओं के पुनरुत्‍थान हेतु आयोजित ’विश्‍व हिन्‍दू कांग्रेस’ में उद़्‍बोधक विचार !

राजनीति के प्रति उदासीनता हिन्‍दुओं में सामान्‍य है । महाभारत के समय अर्जुन भी इससे नहीं बच पाए थे । ठीक युद्ध के समय अर्जुन ने अपने हाथ के शस्‍त्र नीचे रख दिए थे । उनका मानना था कि राजनीति अप्रासंगिक है ।

हिन्दू पुनरुत्थान के ध्येय से प्रेरित ‘वर्ल्ड हिन्दू कांग्रेस’ में हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा प्रस्तुत ओजस्वी विचार !

खक तथा स्वराज्य समाचार संस्था के संपादक आनंद रंगनाथन् ने कहा कि ‘भूतकाल में किए कृत्यों से राष्ट्र दुर्बल नहीं होता, अपितु ‘भावी पीढियों’ को उस संदर्भ में क्या और कैसे सिखाया जाता है’, इसपर राष्ट्र का विकास निर्भर होता है ।

World Hindu Congress 2023 : सनातन धर्म का द्वेष करनेवालों का अधिक प्रभावी रुप से सामना करने का संकल्प !

वर्ल्ड हिन्दू कांग्रेस का समारोप
वर्ष २०२६ में मुंबई में होगी चौथी परिषद !

’विश्‍व हिन्‍दू कांग्रेस’ के विभिन्‍न सत्रों में हिन्‍दुत्‍वनिष्‍ठों द्वारा प्रस्‍तुत उद़्‍बोधक विचार !

हिन्‍दुत्‍ववादी समाचार वेबसाइट ‘ऑप इंडिया’ की प्रधान संपादक नुपुर शर्मा ने ’विश्‍व हिन्‍दू कांग्रेस’ को संबोधित किया । उन्‍होंने वर्ष २०२१ में बंगाल विधानसभा चुनाव के उपरांत हुई भीषण हिंसा पर प्रकाश डाला ।

हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को समर्थ करना, कालानुसार आवश्यक ! – दत्तात्रेय होसबले, सरकार्यवाह (Sarkaryavah), रा.स्व. संघ

हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को समर्थ करना, कालानुसार आवश्यक है तथा इसके लिए समन्वय, परस्पर सहयोग, सूचनाओं का आदान-प्रदान आवश्यक है । हिन्दू संस्कृति ने विश्व को अत्यधिक मात्रा में योगदान किया है ।

‘हिन्दुत्व’ शब्द के लिए प्रयुक्त किए जानेवाले ‘हिन्दुइज्म’ शब्द का उपयोग रोका जाएगा !

‘हिन्दुत्व’ के स्थान पर अंग्रेजी में ‘हिन्दुइज्म’ शब्द प्रयुक्त किया जाना, हिन्दुत्व की अच्छाई पर एक प्रकार से आक्रमण ही है । ‘हिन्दुत्व’ को ‘हिन्दुनेस’ भी कहा जा सकता है, ऐसा प्रस्ताव यहां पर आयोजित ‘वर्ल्ड हिन्दू कांग्रेस’ में पारित किया गया ।

World Hindu Congress 2023 : अशांत विश्व, शांति प्रस्थापित करने के लिए हिन्दू मूल्यों से प्रेरणा लें ! – श्रेथा थाविसिनी, थाईलैंड के प्रधानमंत्री

हिन्दू धर्म की महानता थाईलैंड के प्रधानमंत्री समझ सकते हैं; परंतु वास्तव यह है कि भारत के पाखंडी निधर्मीवादी, आधुनिकतावादी और नास्तिकतावादियों को समझ में नहीं आती !

हम ‘धर्म विजय’ में विश्वास करते हैं ! – प.पू. सरसंघचालक

हमने ‘धन विजय’ एवं ‘असुर विजय’ का अनुभव किया है । धन विजय का अर्थ है; स्थूल वस्तु से मिलने वाला आनंद किंतु उसमें हेतु योग्य नहीं ! यह आत्मकेंद्रित होने समान है ।

World Hindu Congress 2023 : माता अमृतानंदमयी, प.पू. सरसंघचालक डॉ. मोहनजी भागवत, योगी आदित्यनाथ आदि मान्यवर बैंकाक में होनेवाली ‘वर्ल्ड हिन्दू कांग्रेस’ को करेंगे संबोधित !

२४ से २६ नवंबर के कालखंड में यहां पर ‘वर्ल्ड हिन्दू कांग्रेस २०२३’ का आयोजन किया गया है । इस तीन दिवसीय वैचारिक संमेलन के लिए संसार के विविध क्षेत्रों में कार्यरत हिन्दुओं को आमंत्रित किया गया है ।