( और इनकी सुनिए ) ‘यदि हिन्दू राष्ट्र की मांग करनेवालों पर कार्यवाही नहीं होती है, तो खालिस्तान की मांग उचित सिद्ध होगी !’ – मौलाना तौकीर रजा

विश्व में इस्लामी, ईसाई, ज्यू तथा बौद्ध राष्ट्र हैं; परंतु १०० करोड जनसंख्यावाले  हिन्दुओं का एक भी राष्ट्र नहीं है । यदि उन्होंने वह स्थापित किया, तो उसमें क्या अनुचित है ? खालिस्तान की मांग अलगाववादी मांग है, इससे हिन्दू राष्ट्र की मांग की तुलना कभी भी नहीं हो सकती ! तौकीर रजा समान लोग जानबूझकर ऐसे  वक्तव्य देकर हिन्दू एवं सिक्ख में दूरी उत्पन्न कर रहे हैं ।

(और इनकी सुनिए…)‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा को अनुमति न दें !’– सोशल डेमोक्रॅटिक पार्टी ऑफ इंडिया !

हिन्दू राष्ट्र के नाम से होनेवाली जनसभा से जिहादी संगठन, दल और नेता छटपटाएंगे ही । परंतु, संविधान प्रदत्त स्वतंत्रता के अनुसार ही यह सभा हो रही है इसलिए, कोई कितना भी हो हल्ला कर ले, इसका कोई प्रभाव नहीं पडनेवाला है !

हिन्दू राष्ट्र के संदर्भ में संसद का कुछ होने वाला है !

बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री की भविष्यवाणी !

भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करना चाहिए !

प्रसिद्ध (विख्यात) भजन गायक अनूप जलोटा की मांग

(और इनकी सुनिए…) ‘हिन्दू राष्ट्र’वालों ने जुनैद एवं नासीर को मार डाला !’ – असदुद्दीन ओवैसी  का आरोप !

भारत को इस्लामी देश बनानेवालों ने कश्मीर में क्या किया ? इस विषय में ओवैसी कभी कुछ नहीं बोलते, इसकी ओर ध्यान दें !

पैगंबर मुहम्मद एवं ईसा के पूर्वज सनातनी हिन्दू !

ईसाई धर्म की स्थापना २ सहस्त्र वर्षों पूर्व हुई थी, जबकि इस्लाम की स्थापना १ सहस्त्र ४०० वर्ष पूर्व हुई थी । क्योंकि सनातन धर्म पृथ्वी की उत्पत्ति से अर्थात लाखों वर्षों से अस्तित्व में है, इसी के आधार पर पू. शंकराचार्य ने ऐसा कहा होगा !

भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित किए बिना हिन्दुओं की समस्याओं का समाधान असंभव ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

‘‘अनेक लोग कहते हैं, ‘भारत हिन्दू राष्ट्र ही है’; परंतु हमें यह समझना होगा कि वर्ष १९७६ में संविधान में संशोधन कर घोषित किया गया कि ‘भारत धर्मनिरपेक्ष देश है ।’

रा.स्व. संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रय होसबळे के खरे बोल !

‘भारत एक हिन्दू राष्ट्र है; क्योंकि जिन्होंने यह देश को बनाया वे हिन्दू हैं । भारत में रहनेवाले सभी लोग हिन्दू हैं; इसलिए कि उनके पूर्वज हिन्दू थे । उनकी उपासना की पद्धति भिन्न हो सकती है; परंतु सभी का डीएनए (गुणसूत्र) एक ही है’ ।

हिन्दू राष्ट्र’ के विषय में वक्तव्य करने पर सुरेश चव्हाणके के विरुद्ध याचिका प्रविष्ट

‘सुदर्शन टीवी’ चैनल के संपादक श्री. सुरेश चव्हाणके ने ट्वीट कर यह जानकारी दी, ‘‘मेरे विरुद्ध सर्वोच्च न्यायालय में एक और याचिका प्रविष्ट की गई है l यह याचिका सुदर्शन टीवी के कार्यक्रम में हिन्दू राष्ट्र की शपथ लेने के कारण की गई l’’