राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा ६ राज्यों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के ठिकानों पर छापे ! 

राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा ११ अक्टूबर के दिन उत्तर प्रदेश, देहली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु इन ६ राज्यों में पी.एफ.आई. (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के १२ ठिकानों पर छापे मारे गए।

पी.एफ.आई. के जिहादी आतंकवादी उस्मान सुल्तान खान को बिहार के मदरसे से बंदी बनाया गया !

जिहादी आतंकवादियों का मदरसों में छिपकर बैठने की बात अनेकों बार सामने आई है । मदरसों में अनेक अवैध काम होने की बात भी बार-बार सामने आती है । ऐसा होते हुए भी सरकार भारत के मदरसों को ताले क्यों नहीं लगाती, ऐसा प्रश्न राष्ट्रप्रेमियों के मन में आ रहा है !

केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी सेे धनराशि वसूली मांगने के पीछे सूत्रधार लष्कर-ए-तोयबा का जिहादी आतंकवादी !

भारत से जिहादी आतंकवाद समूलरूप से नष्ट करने के लिए प्रबल राजकीय इच्छाशक्ति की आवश्यकता !

पी.एफ्.आइ.के ५५ समर्थकों को बनाया बंदी !

उत्तरप्रदेश में ३० जिलों में आतंकवादविरोधी पथक द्वारा छापा | समाजवादी पक्ष के नेता अब्दुल खालिक को बनाया बंदी |

(अब इनकी सुनिए…) ‘यदि हमारी सरकार आ गई, तो बजरंग दल एवं ‘पी.एफ.आइ.’ प्रतिबंधित करेंगे !’

देशप्रेमी बजरंग दल एवं देशद्रोही ‘पी.एफ.आइ.’ को एक ही पलडे में तोलनेवाली कांग्रेस का निषेध !

हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं ने हत्या करनेवाले की जानकारी देने पर ५ लाख रुपए का पारितोषिक घोषित किया !

एन.आई. ए. के अधिकारी अनेक वर्षों से इस प्रकरण के प्रमुख आरोपी महम्मद गौस नयाजी को ढूंढ रहे हैं; परंतु अभी तक उसका पता नहीं लगा है । 

असम में प्रतिबंधित संगठन ‘पी.एफ.आई.’ के ३ सदस्यों को बंदी बनाया गया  !

इससे स्पष्ट होता है कि ‘पी.एफ.आई’ पर केवल प्रतिबंध लगाना पर्याप्त नहीं, अपितु उसे जड से उखाडने हेतु सुरक्षातंत्र जागरूक होकर प्रयास करे ।

भारतीय सेना उत्तर में व्यस्त रहते दक्षिण भारत को नियंत्रित करने का पी.एफ.आइ. का लक्ष्य !

पी.एफ.आइ. ने सशस्त्र विद्रोह कर सरकार गिराकर इस्लामी राज्य की स्थापना करने के अपने लक्ष्य के लिए रणनीति तैयार की थी । इसमें सदस्यों की गुप्तरूप से भर्ती कर एवं अपने सैन्य का निर्माण कर उन्हें हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा था ।

इंदौर में ‘पी.एफ.आई.’ के गुप्तचर को पकडने वाले अधिवक्ता पर आक्रमण !

अधिवक्ता मनीष हिन्दू महासभा से संबंधित हैं तथा वे सामाजिक माध्यमों पर भी सक्रिय रहते हैं । उन्होंने अजान के अवसर पर प्रयोग में लाए जानेवाले भोंपुओं के विरुद्ध उपक्रम भी आरंभ किया था ।

पी.एफ.आई. को संयुक्त अरब अमिरात से अर्थपूर्ति की जा रही थी !

जिहादी आतंकवादियों को इस्लामी देशों से अर्थपूर्ति होती है, अब यह स्पष्ट हो गया है । यह भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने का ही एक प्रयास है । इसे रोकने हेतु हिन्दुओं को संगठित होकर हिन्दू राष्ट्र स्थापित करना अपरिहार्य है !