रोशन अली ने एक हिन्दू युवती से विवाह करने के लिए हिन्दू धर्म स्वीकार किया किंतु विवाह के उपरांत बलपूर्वक अपनी पत्नी का धर्म परिवर्तन कराया !

हिन्दू लडकियों को येन-केन प्रकारेण मुसलमान बनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों का यह एक प्रत्यक्ष उदाहरण है । ऐसे छद्म वेश धारी कट्टरपंथी मुसलमानों के ऐसे कृत्यों से सावधान रहें !

शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश) में हनुमान मंदिर के समीप अज्ञातों ने फेंंका गोमांस !

हिन्दुत्वनिष्ठों की ओर से रास्ता बंद आंदोलन !
पुलिस की व्यवस्था होने पर भी हुई घटना !

दुर्ग (छत्तीसगड) के ढीमर पारा स्थित हनुमान मंदिर में प्रत्येक मंगलवार को होगा हनुमान चालीसा का पाठ !

भारतीय युवा वाहिनी के नेतृत्व में ढीमर पारा स्थित हनुमान मंदिर में नियमित हनुमान चालीसा का पाठ एवं हनुमान जी की आरती करना आरंभ किया है ।

प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को जान से मारने का विधान करने वाले मौलाना पर कानूनी कार्यवाही करें ! 

ऐसी मांग क्यों करनी पडती है ? पुलिस को स्वयं को यह कैसे नहीं समझ में आता ? 

प्रधानमंत्री के विरोध में अपशब्द का उपयोग अपमानास्पद है; परंतु देशद्रोह नहीं ! – उच्च न्यायालय

प्रधानमंत्री के विरोध में उपयोग किए गए अपशब्द अपमानजनक हैं; परंतु वह देशद्रोह नहीं, ऐसा कहते हुए कर्नाटक उच्च न्यायालय के कलबुर्गी खंडपीठ के न्यायमूर्ति हेमंत चंदनगौदार ने एक विद्यालय के व्यवस्थापन के विरोध में देशद्रोह का अभियोग रहित कर दिया ।

औरंगाबाद (बिहार) के मुसलमान बहुल परिसर में ३ मंदिरों में फेंके गए मांस के टुकडे !

एक हिंदू बहुसंख्यक देश में उनके धार्मिक स्थलों को भ्रष्ट किया जा रहा है और उनके नेताओं को धमकाया जा रहा है। यह स्थिति हिंदुओं के लिए अत्यंत लज्जास्पद है !

गुजरात में विद्यालय में बकरीद निमित्त आयोजित कार्यक्रम में हिन्दू विद्यार्थियों ने किया नमाजपठन !

शिक्षणाधिकारियों द्वारा पूछताछ के आदेश
मुख्याध्यापिका द्वारा क्षमायाचना !

‘बकरी ईद’ के उपलक्ष्य पर लगाए गए फलक पर नाशिक का उल्लेख किया ‘गुलशनाबाद’ !

ऐसी घटना होना, पुलीस के लिए लज्जाजनक ! पुलिस, ऐसी गतिविधियों की जडें ढूंढकर संबंधितों पर कठोर कार्रवाई नहीं करती । इसीलिए धर्मांधों को अवसर मिलता है  !

विभिन्न क्षेत्रों के मान्यवरों से आध्यात्मिक धागे से जुडे सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी !

सच्चिदानंद परब्रह्म गुरुदेवजी में ऐसा कुछ है कि एक बार उनके पास गया व्यक्ति उन्हीं का हो जाता है ! उसे पुनः-पुनः गुरुदेवजी से मिलने की इच्छा होती है । यह है सभी के प्रति गुरुदेवजी की निरपेक्ष प्रीति ! इसी निरपेक्ष प्रीति के कारण जिज्ञासु अथवा मान्यवर पहली भेंट में ही उनके साथ किस प्रकार जुड जाते हैं, इस उपलक्ष्य में यह देखेंगे !

सभी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की एकत्रित ‘हिन्दू हेल्पलाइन’ होना आवश्यक ! – डॉ. विवेक शील अगरवाल, देहली

हिन्दुओं के लिए भले ही स्वर्णिम काल लगता हो, तब भी हमारे शत्रु की तैयारी हमसे अनेक गुना अधिक है, इसे हमें ध्यान में लेना होगा । आज सभी बाजुओं से हिन्दुओं पर आघात हो रहे हैं ।