हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे तथा सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ‘सांस्कृतिक योद्धा’ पुरस्कार से सम्मानित !

हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा ‘सांस्कृतिक योद्धा पुरस्कार २०२३’ प्रदान किया गया । पुरस्कार में एक ‘स्मृति चिन्ह’ एवं १ लाख रुपए राशि का धनादेश सम्मिलित है ।

लोकसभा चुनाव के घोषणापत्र में हिन्दू राष्ट्र का आश्वासन देनेवालों का ही हिन्दू समर्थन करेंगे ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

हिन्दुओं का राजनीतिक दृष्टि से जागरूक न होना ही हिन्दुओं की पराजय का कारण है । जागरूक, क्रियाशील एवं संगठित नागरिक ही लोकतंत्र की शक्ति है । अतः स्वदेश, स्वतंत्रता एवं समाजव्यवस्था के प्रति हिन्दुओं का अज्ञान, स्वार्थ एवं असंगठितता इन पर कार्य करने की आवश्यकता है ।

‘हलाल’ के माध्यम से हिन्दुओं का पैसा आतंकवादी कार्यवाहियों के लिए पहुंच रहा है ! – श्री. कपिल मिश्रा, संस्थापक, हिन्दू ईकोसिस्टम

हिन्दुओंके विरोध में ‘अर्थव्यवस्था’ निर्माण हो गई है तथा राष्ट्र एवं हिन्दू विरोधी शक्तियों का जाल संपूर्ण देश में फैल गया है । इस संकट के विरुद्ध लडने के लिए हिन्दुओं ने जाति भेद भुलाकर एकत्रित आना चाहिए

नक्सली ही वामपंथी तथा वामपंथी ही नक्सली हैं, यह न बताना ही वैचारिक आतंकवाद ! – अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिन्दू विधिज्ञ परिषद

वामपंथियों ने संपूर्ण विश्व में जो हत्याएं कीं, उनका आंकडा १० करोड से भी अधिक है । नक्सलियों ने ही भारत में १४ सहस्र से अधिक लोगों की हत्याएं की हैं । नक्सलियों ने जिनकी हत्याएं की हैं, उनमें आदिवासी, विधायक एवं मंत्री अंतर्भूत हैं; परंतु यह हमें दिखाया नहीं जाता ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में ‘हलाल सर्टिफिकेशन : वैश्विक अर्थव्यवस्थापर आक्रमण’ एवं ‘हिन्दू राष्ट्र : आक्षेप एवं खण्डन’ इन ‘ई बुक’ का लोकार्पण तथा डॉ. अमित थडानी द्वारा ‘द रेशनलिस्ट मर्डर्स’ पुस्तक का लोकार्पण !

हिन्दू विधिज्ञ परिषद के संस्थापक सदस्य पू. (अधिवक्ता) सुरेश कुलकर्णीजी के करकमलों से इस पुस्तक का लोकार्पण हुआ । इस अवसर पर व्यासपीठ पर इस पुस्तक के लेखक डॉ. अमित थडानी, हिन्दू विधिज्ञ परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर एवं अधिवक्ता पी. कृष्णमूर्ती उपस्थित थे ।

छोटे संगठनों को एकत्र कर हिन्दुत्व का कार्य करवाना चाहिए ! – पू. रामबालक दासजी महात्यागी महाराज, संचालक, श्री जामडी पाटेश्‍वरधाम सेवा संस्थान, पाटेश्‍वर धाम, छत्तीसगड

जो धर्मांतरित हुए हैं उन्हें दूर न करते हुए, उन्हें प्रेम से समीप लाना होगा । ऐसा करने से हिन्दुओं का धर्मातरण नहीं होगा । प्रभु श्रीराम ने वनवास काल में वानरों के साथ वनवासियों को प्रेम देकर उन्हें अपने कार्य से जोड कर लिया । प्रभु श्रीराम का आदर्श रखकर हमें कार्य करना है ।

हिन्दुओं के प्रतीकों को आक्रमकों द्वारा दिए नाम बदलना, हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है ! – दुर्गेश परूळकर, लेखक एवं व्याख्याता, ठाणे

औरंगजेब प्रात:स्मरणीय नहीं, अपितु छत्रपति शिवाजी महाराज एवं धर्मवीर संभाजी महाराज हमारे लिए प्रात:स्मरणीय हैं । हमारे पूर्वजों द्वारा दिए गए नाम बदलने के पीछे अपनी संस्कृति नष्ट करना ही इन आक्रमकों का षड्यंत्र था ।

साधना करने से उद्योगपतियों की व्यावहारिक तथा आध्यात्मिक प्रगति होगी ! – रवींद्र प्रभूदेसाई, संचालक, पितांबरी उद्योगसमूह

आज कलियुग में अर्थशक्ति का अधिक प्रभाव है । इसलिए अर्थशक्ति की ओर दुर्लक्ष करने से हमारी हानि हो सकती है । आपके आस्थापन के कर्मचारियों की ऐहिक तथा आध्यात्मिक प्रगति करवाकर लेना, यह आपका दायित्व है ।

‘हलालमुक्त भारत’ साकार करने के लिए जागृति अभियान चलाएंगे !’ – प्रशांत संबरगी, बेंगळूरू, कर्नाटक

हिन्दू जनजागृति समिति ने ‘हलाल’ विषय पर जागृति करने का बहुत बडा कार्य किया है । ‘हलाल’ से मुक्ति पाने के लिए हिन्दुओं ने ग्राहक अधिकार कानून का आधार लेकर ग्राहक मंच द्वारा उत्तर मांगनी चाहिए ।

नास्तिकतावादियों की हत्याओं के प्रकरणों में हिन्दुत्वनिष्ठों को फंसाने के पीछे षड्यंत्र ! – डॉ. अमित थडानी, शल्यकर्म चिकित्सक, समाजसेवी तथा लेखक

‘‘सनातन संस्था लोगों को संगठित करती है; इसलिए उसे नास्तिकतावादियों के हत्याओं के प्रकरणों में लक्ष्य बनाया गया । इन प्रकरणों में वास्तविक हत्यारों को खोजने का प्रयास न करते हुए अन्वेषण किया गया ।