हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे तथा सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ‘सांस्कृतिक योद्धा’ पुरस्कार से सम्मानित !

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा पुरस्कार वितरण

(बाएं से) पूर्व लोकसभा अध्यक्षा सुमित्रा महाजन, श्री. रमेश शिंदे, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं श्री. उदय माहूरकर

नोएडा (उत्तर प्रदेश) – हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा ‘सांस्कृतिक योद्धा पुरस्कार २०२३’ प्रदान किया गया । पुरस्कार में एक ‘स्मृति चिन्ह’ एवं १ लाख रुपए राशि का धनादेश सम्मिलित है । उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित ´गौतम बुद्ध विद्यापीठ´ में ‘सेव कल्चर सेव इंडिया फाउंडेशन’ की ओर से पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया । इस अवसर पर ‘सेव कल्चर सेव इंडिया फाउंडेशन’ के संस्थापक एवं भारत के सूचना आयुक्त श्री. उदय माहुरकर उपस्थित थे ।

‘सांस्कृतिक योद्धा पुरस्कार-२०२३’ के सम्मानित व्यक्ति एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति

राष्ट्र और भारतीय संस्कृति को कुटिल दृष्टि से देखनेवालों के विरुद्ध संवैधानिक रूप से संघर्षरत हिन्दू-द्वेषी चित्रकार एम.पी. हुसैन और डॉ. जाकिर नाइक के राष्ट्र विरोधी और असामाजिक स्वरूप को जनसामान्य के समक्ष उजागर करने के साथ-साथ भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए पुस्तकें लिखने के लिए श्री. रमेश शिंदे को यह पुरस्कार दिया गया ।

अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन

संस्कृति रक्षा हेतु संघर्ष करने के लिए ‘हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस’ के प्रवक्ता सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन को भी संस्कृति की रक्षा हेतु संघर्ष करने के लिए यह पुरस्कार दिया गया । इसके साथही फिल्म निर्माता प्रवीण चतुर्वेदी, पत्रकार स्वाती गोयल शर्मा, पत्रकार प्रदीप भंडारी, वैशाली शाह, संजीव नेवर और मनीष बरडिया को भी ‘सांस्कृतिक योद्धा पुरस्कार २०२३’ से सम्मानित किया गया ।

संस्कृति पर आक्रमण भारतीयों ने कभी सहन नहीं किया ! – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

विकृत सामग्री निर्माण कर देश के युवाओं का जीवन उद्ध्वस्त करनेवालों के छद्मवेश को हटाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘कृपया ध्यान दे’ प्रदर्शनी का उद्घाटन किया । इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारतीयों ने अनेक वर्षाें तक अंग्रेजों और मुगलों का अत्याचार सहा, किंतु जैसे ही उन्होंने भारतीय संस्कृति और मंदिरों पर आक्रमण करना प्रारंभ किया, भारतीयों ने उन्हें मुंहतोड प्रत्युत्तर देना प्रारंभ कर दिया । भारतीयों ने संस्कृति पर आक्रमण कभी सहन नहीं किया है ।

वर्तमान समय में डिजिटल मीडिया के माध्यम से संस्कृति पर आक्रमण किया जा रहा है । उत्तर प्रदेश पुलिस ने अभी-अभी ‘गेमिंग एप’ के माध्यम से लोगों का धर्म-परिवर्तन कराने के प्रकरण को उजागर किया है । सबने देखा कि किस तरह लडकियों को प्रेम जाल में फंसाया गया और फिर उनकी जघन्य हत्याएं की गईं । हमने सबसे पहले इस संबंध में कानून बनाया, किंतु प्राथमिक स्तर पर प्रत्येक परिवार में जागरूकता निर्माण करने की तत्काल आवश्यकता है ।