सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार
‘डॉक्टर, अधिवक्ता, लेखापाल (एकाउंटेंट) आदि सभी अपने क्षेत्र के प्रश्नों के उत्तर तत्काल नहीं बता सकते । ‘प्रश्न का अध्ययन कर, जांच कर, आगे उत्तर बताता हूं’, ऐसा वे कहते हैं । इसके विपरीत संत एक ही क्षण में किसी भी प्रश्न का कार्यकारण भाव तथा उपाय बताते हैं, जो आधुनिक विशेषज्ञ कभी भी नहीं बता सकते !’