सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार

‘डॉक्टर, अधिवक्ता, लेखापाल (एकाउंटेंट) आदि सभी अपने क्षेत्र के प्रश्नों के उत्तर तत्काल नहीं बता सकते । ‘प्रश्न का अध्ययन कर, जांच कर, आगे उत्तर बताता हूं’, ऐसा वे कहते हैं । इसके विपरीत संत एक ही क्षण में किसी भी प्रश्न का कार्यकारण भाव तथा उपाय बताते हैं, जो आधुनिक विशेषज्ञ कभी भी नहीं बता सकते !’

Assam Bangladeshi Infiltrators : असम में बांग्लादेशी घुसपैठिए विधायक, मंत्री, अध्यक्ष और मजिस्ट्रेट बन जाते हैं !

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की चौंकाने वाली जानकारी !

Anti-Hindu Karnataka Congress Govt : ‘लव जिहाद’ के संदर्भ में प्रबोधन करनेवाला ‘होर्डिंग’ लगाने से बेलगाव पुलिस ने ६ हिन्दू युवकों को बंदी बनाया !

कर्नाटक की कांग्रेस सरकार का हिन्दू विरोधी कारोबार !

Constitution of India : संविधान की प्रस्तावना से ‘धर्मनिरपेक्ष’ एवं ‘समाजवाद’ शब्द हटाएं !

आपातकाल के समय वर्ष १९७६ में भारत के संविधान की प्रस्तावना में ‘धर्मनिरपेक्ष’ एवं ‘समाजवाद’, ये दो शब्द घुसाए गए । संविधान के मूल ढांचे में किया गया यह परिवर्तन संपूर्णतः असंवैधानिक था ।

MBA in Temple Management : जून २०२४ से मुंबई विश्वविद्यालय में मंदिर व्यवस्थापन का पाठ्यक्रम आरंभ किया जाएगा !

मुंबई विश्वविद्यालय का सराहनीय प्रयास ! हिन्दुओं को आशा है कि मंदिर के साथ-साथ हिन्दू धर्म से संबंधित विषयों के संबंध में भी पाठ्यक्रम आरंभ किया जाना चाहिए !

संपादकीय : अमेरिका की दादागिरी को महत्त्व न दें !

भारत को अमेरिका पर पाकिस्तान के साथ हथियारों का व्यापार न करने के लिए दबाव डालना आवश्यक !

सुप्रसिद्ध अधिवक्ता उज्ज्वल निकम : मुंबई के कानूनी चौकीदार !

मुंबई पर जितने भी आतंकी आक्रमण हुए, चाहे वह दाऊद के मेमन गिरोह के द्वारा किया गया बम विस्फोट का आक्रमण हो या १० पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा मुंबई पर किया गया आक्रमण, इन अभियोगों में आरोपियों को दंड तक ले जाने के लिए अथक परिश्रम उठानेवाले अधिवक्ता के रूप में उज्ज्वल निकम की पहचान है ।

मनुष्यजाति के लिए लज्जाप्रद कर्नाटक का ‘सेक्स स्कैंडल’ !

धर्मनिरपेक्ष जनता दल के नेता प्रज्वल रेवण्णा पर सैकडों महिलाओं पर यौन अत्याचार करने के आरोप है । ऐसे कांड पुनः न हों; इसलिए प्रज्वल रेवण्णा को कठोर से कठोर दंड मिले, यह जनभावना है !’

‘पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम १९९१’ एवं काशी-मथुरा मुक्ति आंदोलन !

हिन्दुओं की आवाज दबानेवाला ‘पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम १९९१’, इस काले कानून को रद्द करने के लिए हिन्दुओं को संगठित होकर केंद्र सरकार से मांग करनी पडेगी ।

‘पतंजलि योगपीठ’ एवं ‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशन’ (आई.एम.ए.) के आपसी विवाद में आयुर्वेद की हानि न होने दें !

वर्तमान समय में सर्वत्र ‘पतंजलि योगपीठ’ द्वारा बनाई गई औषधियों पर प्रतिबंध लगाने के संदर्भ में ‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशन’ अर्थात ‘आई.एम.ए.’ के द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में प्रविष्ट याचिका तथा न्यायालय के द्वारा उस पर निर्णय देते समय दिए गए वक्तव्यों के विषय में प्रसारमाध्यमों में उल्टी-सीधी चर्चा चल रही है ।