MBA in Temple Management : जून २०२४ से मुंबई विश्वविद्यालय में मंदिर व्यवस्थापन का पाठ्यक्रम आरंभ किया जाएगा !

मुंबई (महाराष्ट्र) – मुंबई विश्वविद्यालय में जून २०२४ के शैक्षणिक वर्ष से मंदिर प्रबंधन पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। मुंबई विश्वविद्यालय के हिन्दू अध्ययन केंद्र की पहल से मंदिर प्रबंधन में ६ महीने का प्रमाणपत्र और १२ महीने का डिप्लोमा पाठ्यक्रम आरंभ किया जा रहा है।

१.  मुंबई विश्वविद्यालय के हिन्दू अध्यासन केंद्र और ‘टेम्पल कनेक्ट’ के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। यह पाठ्यक्रम सामान्य जनता के बीच मंदिर के प्रबंधन, प्रशासन और संगठन के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण के साथ बनाया गया है।

२. ‘मंदिर व्यवस्थापन’ पाठ्यक्रम के माध्यम से भारतीय ज्ञान परंपरा, प्रबंधन विज्ञान के महत्वपूर्ण सूत्र और सिद्धांत, वास्तुकला, भीड प्रबंधन, आपदा प्रबंधन, राजस्व और वित्तीय मामले, सूचना और प्रौद्योगिकी का उपयोग, के साथ-साथ पर्यावरण और स्थानीयता जैसे संबंधित विषयों पर भी प्रकाश डाला जाएगा।

३. सर्टिफिकेट और डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में 3 महीने का कार्य-अंतर्गत प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। जिसमें मुंबई, महाराष्ट्र और देश भर के विभिन्न मंदिरों के प्रत्यक्ष अनुभव के आधार पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करेगा।

विश्वविद्यालय का लक्ष्य ‘एमबीए इन टेम्पल मैनेजमेंट’ नामक पाठ्यक्रम लागू करने का है! – मुंबई विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. रवीन्द्र कुलकर्णी

कुलगुरु प्रो. रवीन्द्र कुलकर्णी

यह पाठ्यक्रम सीखने वाले छात्रों को भारतीय ज्ञान परंपरा से परिचित कराएगा। रोजगार के नए अवसर प्राप्त भी प्राप्त होंगे। पाठ्यक्रम को प्राप्त होने वाले आवेदनों के आधार पर यूनिवर्सिटी अपना दायरा बढ़ाकर ‘एमबीए इन टेम्पल मैनेजमेंट’ नाम से कोर्स संचालित करने का इरादा रखती है। वर्तमान में देश के अनेक मंदिरों में नवीन गतिविधियाँ क्रियान्वित की जा रही हैं। सौर ऊर्जा उत्पादन, दान प्रबंधन, प्रौद्योगिकी की मदद से भीड और कतार प्रबंधन से रोजगार के नए अवसर भी पैदा होते हैं और प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार मिल सकता है।

शीघ्र ही सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी शुरू करेगी मंदिर प्रबंधन पाठ्यक्रम ! – गिरीश कुलकर्णी, ‘टेम्पल कनेक्ट’

श्री. गिरीश कुलकर्णी

इस संबंध में दैनिक ‘सनातन प्रभात’ के प्रतिनिधि ने ‘टेम्पल कनेक्ट’ संस्था के श्री. गिरीश कुलकर्णी से बातचीत की। उन्होंने कहा, ”हम मंदिरों के प्रशासन और प्रबंधन सीधे जुड़े हुए हैं। हम भारत सहित ५७ देशों के ९५०० मंदिरों से जुडे हैं। हम दो दशकों से मंदिरों और उनके ट्रस्टों से जुडे क्षेत्र में काम कर रहे हैं। हम मंदिरों के बारे में सारी जानकारी समाज तक पहुंचाते हैं। हम मुंबई यूनिवर्सिटी के साथ-साथ सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय और वेलिंगकर विश्वविद्यालय में भी मंदिर प्रबंधन से जुडे पाठ्यक्रम आरंभ करने जा रहे हैं।

संपादकीय भूमिका 

मुंबई विश्वविद्यालय का सराहनीय प्रयास ! हिन्दुओं को आशा है कि मंदिर के साथ-साथ हिन्दू धर्म से संबंधित विषयों के संबंध में भी पाठ्यक्रम आरंभ किया जाना चाहिए !