रामनाथी, २० जून (वार्ता.) – बांग्लादेश के हिन्दुओं की स्थिति अत्यंत दयनीय है । वहां हिन्दू लडकियों के साथ प्रतिदिन बलात्कार हो रहे हैं, मंदिर तोडे जा रहे हैं, साथ ही हिन्दुओं की भूमि लूटी जा रही हैं । वहां के हिन्दू अक्षरशः गुलामी का जीवन जी रहे हैं । वे दुर्बल एवं भयभीत हैं । ऐसी स्थिति में उनकी ओर ध्यान देने के लिए किसी के पास समय नहीं है । भोलेभाले हिन्दुओं को प्रताडित करनेवाला अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी इसकी उपेक्षा कर रहा है । उनमें बांग्लादेश के धर्मांधों को लाठी दिखाने का साहस नहीं है ।
आज इन पीडित हिन्दुओं को मानसिक एवं शारीरिक बल देने के साथ ही उन्हें राजनीतिक बल देने की भी आवश्यकता है; परंतु भारत सरकार उनके लिए कुछ नहीं कर रही है । वहां के अल्पसंख्यक हिन्दुओं की समस्याओं का समाधान करना तो दूर; परंतु अभीतक वहां अल्पसंख्यक मंत्रालय भी नहीं बनाया गया है । दूसरी ओर भारत में म्यांमार से आए करोडों रोहिंग्याओं के पुनर्वास के लिए भारत सरकार ने वहां की सरकार से बातचीत की तथा उन्हें आवास आदि सुविधाओं का प्रबंध करने का प्रयास किया । उसके लिए तत्कालीन विदेश सचिव तथा वर्तमान विदेशमंत्री एस्. जयशंकर ने प्रयास किए । इसी प्रकार के प्रयास हमें बांग्लादेश के हिन्दुओं के लिए करने आवश्यक हैं । उसके लिए भारत सरकार को बांग्लादेश की सरकार पर दबाव बनाना चाहिए, ऐसा प्रतिपादन ‘वर्ल्ड हिन्दू फेडरेशन’ के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. अजय सिंह ने किया । वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के पांचवें दिन (२०.६.२०२३ को) उपस्थित हिन्दुत्वनिष्ठों को संबोधित करते हुए वे ऐसा बोल रहे थे ।
यूरोप में बडी संख्या में लोग ईसाई धर्म से दूर जा रहे हैं, साथ ही वे हिन्दू धर्म एवं हिन्दू संस्कृति की ओर आकृष्ट हो रहे हैं । इसलिए वहां बडे स्तर पर हिन्दू धर्म का प्रसार किया जाना चाहिए । – श्री. अजय सिंह |
हिन्दू जनजागृति समिति की भिन्नता !‘प.पू. डॉ. जयंत आठवले के कृपाशीर्वाद से गोवा में वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव का आयोजन किया गया । उसमें देश-विदेशों से आए सैकडों हिन्दुत्वनिष्ठ उपस्थित हैं । उनका आवास, भोजन आदि सभी प्रबंध करने में हिन्दू जनजागृति समिति के सभी कार्यकर्ता संपूर्ण समर्पित हैं । अनेक संगठनों को एकत्रित कर उनका अधिवेशन आयोजित करना सामान्य बात नहीं है ।’ – श्री. अजय सिंह |