SANATAN PRABHAT EXCLUSIVE : श्री विठ्ठल के आभूषणों में छत्रपति शिवाजी महाराज, अहिल्याबाई होळकर तथा बाजीराव पेशवा के द्वारा अर्पित आभूषणों का था समावेश !
अब सरकार को ये आभूषण वैसे ही हैं न, इसकी आश्वस्तता कर श्रद्धालुओं को उसकी जानकारी देनी चाहिए !
अब सरकार को ये आभूषण वैसे ही हैं न, इसकी आश्वस्तता कर श्रद्धालुओं को उसकी जानकारी देनी चाहिए !
मंदिर में साक्षात भगवान का वास होने से उसे ‘देवस्थान’ कहा जाता है । हे देवताभक्तों, मंदिर हिन्दुओं की उपासना के केंद्र बनने चाहिएं । – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी
वारकरियों की विविध मांगों के लिए ९ दिसंबर को हिन्दू जनजागृति समिति, राष्ट्रीय वारकरी परिषद और वारकरी संप्रदाय की ओर से आळंदी में १७ वे वारकरी अधिवेशन का आयोजन किया गया ।
राज्य स्तरीय महाराष्ट्र मंदिर-न्यास परिषद ओझर (पुणे) में प्रारम्भ !
मंदिरों की सुरक्षा तथा संरक्षण के लिए राज्य भर से ५५० से अधिक श्रद्धालु एकत्रित !
सनातन संस्था के प्रचारक सद्गुरु स्वाती खाड्येजी के करकमलों से वरिष्ठ लेखक एवं व्याख्याता श्री. दुर्गेश पारुलकर लिखित ग्रंथ ‘योगेश्वर श्रीकृष्ण’ का लोकार्पण हुआ ।
हिन्दू राष्ट्र की संकल्पना साकार करने के लिए संविधान में संशोधन करना महत्त्वपूर्ण
यह मंत्रालय मंदिरों के सरकारीकरण के लिए उत्तरदायी !
मंदिर के बाहर के पेरियार के पुतले भी हटाने का आश्वासन !
मंदिर जब सरकार के आधिपत्य में होते हैं, तब क्या होता है; इसका यह एक बडा उदाहरण है ! केंद्र सरकार इसकी ओर गंभीरता से देककर मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने के लिए कानून बनाए, यही हिन्दुओं को भावना है !
इस बैठक में मंदिरों की प्रथा-परंपराओं पर होनेवाले आघात रोकने के लिए संगठितरूप से लडना और सरकारीकरण किए गए देवस्थानों में भारी मात्रा में हो रही भक्तों की लूट-खसोट रोकने के लिए शीघ्र कदम उठाना, इनके लिए भी संगठित होकर कृति करने का निर्धार किया गया ।
महाराणा प्रताप, सिक्ख धर्मगुरु ने हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए बलिदान दिए; परंतु पराजय स्वीकार नहीं किया । हमें उनसे अधिक संघर्ष कर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करनी होगी । तभी उन धर्मयोद्धाओं को शांति मिलेगी ।