Expel Shyam Manav : श्याम मानव समेत महाराष्ट्र अंनिस के लोगों को जादूटोना विरोधी कानून की सरकारी समिति से तुरंत हटाया जाए और समिति को भी भंग किया जाए!

एफ.सी.आर.ए. कानून के अनुसार कोई भी समाचार पत्र विदेश से पैसे नहीं ले सकता। फिर भी, महाराष्ट्र अंनिस ने विदेश से लाखों रुपये एकत्र किए।

सनातन आश्रम देखना ही वास्तव में गोवा दर्शन है !- वरिष्ठ कीर्तनकार ह.भ.प. बंडातात्या कराडकर

गोवा में मंदिरों को देखते-देखते जब मेरी दृष्टि सनातन आश्रम पर पड़ी तो मुझे वास्तविक गोवा दर्शन हो गया। हम यहां आकर उपकृत हो गये ऐसा वारकरी संप्रदाय के वरिष्ठ कीर्तनकार माननीय ह.भ.प.बंडा तात्या कराडकर ने कहा।

७९ दिनों के पश्चात पंढरपुर में वारकरियों को श्री विठुराया के पदस्पर्श दर्शन का आरंभ

पिछले ७९ दिन पांडुरंग के श्रीचरणों के दर्शन लेने हेतु वारकरी तरस रहे थे, अंत में वह दिन २ जून, अर्थात ज्येष्ठ कृष्ण एकादशी का दिन निकल आया है । सवेरे ७ बजे से सभी वारकरियों के लिए पदस्पर्श दर्शन खुला किया गया है ।

गर्भगृह का काम १०% भी पूर्ण नहीं, साथ ही काम के स्थान पर पुरातत्व विभाग का एक भी सक्षम अधिकारी उपस्थित नहीं ! – ह.भ.प. रामकृष्ण वीर महाराज

गर्भगृह का ग्रेनाइट पत्थर निकालकर मूल स्वरूप देने के लिए श्री विट्ठल के पदस्पर्श दर्शन बंद किए गए थे; लेकिन पिछले ४५ दिनों में केवल ग्रेनाइट ही निकाला है । गर्भगृह के काम को प्रधानता नहीं दी गई है ।

देहू (पुणे) में लाखों भक्तों की उपस्थिति में तुकाराम बीज समारोह संपन्न !

देहुनगरी में वारकरी  संप्रदाय द्वारा भावपूर्ण अभंग का गायन एवं ज्ञानोबा माउली-तुकाराम के जय घोषों से गूंज उठी नगरी ।

श्रीक्षेत्र आळंदी के साथ सभी मंदिर तथा तीर्थस्थान ‘मद्य-मांस मुक्त’ करें ! – आळंदी में वारकरी अधिवेशन में सभी की ओर से की गई मांग

वारकरियों की विविध मांगों के लिए ९ दिसंबर को हिन्दू जनजागृति समिति, राष्ट्रीय वारकरी परिषद और वारकरी संप्रदाय की ओर से आळंदी में १७ वे वारकरी अधिवेशन का आयोजन किया गया ।

‘Warakari Adhiveshan’ : धर्म की रक्षा के लिए ९ दिसंबर को आलंदी (जिला पुणे) में वारकरी अधिवेशन का आयोजन !

तीर्थ स्‍थलों की पवित्रता बनाए रखने के लिए इन तीर्थ स्‍थलों के आसपास मद्य तथा मांस पर प्रतिबंध लगाने, तीर्थ स्‍थलों में गंदे पानी के प्रवाह पर प्रतिबंध लगाने सहित विभिन्‍न मांगों को लेकर ९ दिसंबर को आलंदी में १७ वां वारकरी अधिवेशन आयोजित किया गया है ।

श्री विट्ठल भक्त समाज के सभी लोगों  को सुखी एवं संतुष्ट करें ! – मुख्यमंत्री की श्री विट्ठलचरणों में प्रार्थना !

बलिराजा (कृषक समुदाय) के सुदिन आएं, उनके कष्ट  दूर हों। वर्षा हो एवं राज्य जलाम , सुफलाम हो। किसान, श्रमजीवी , श्रमिक, किसान आदि राज्य के सभी लोग सुखी और संतुष्ट हों । मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आषाढी एकादशी की शासकीय मुख्य  महापूजा के समय श्री विट्ठल के चरणों में प्रार्थना की।