शारदीय नवरात्रि : धर्मशिक्षा

पूरे भारत में अत्यंत उत्साह एवं भक्तिमय वातावरण में नवरात्रि के व्रत का पालन किया जाता है । माता जगदंबा की कृपा पाने हेतु श्रद्धापूर्वक उपवासादि आराधना की जाती है ।

ग्रन्थमाला ‘देवताओं की उपासना’

नवरात्रि में घटस्थापना करने का क्या महत्त्व है ?, कुमकुमार्चन का शास्त्रोक्त आधार क्या है ? इन प्रश्नोंके उत्तर पाने के लिए अवश्य पढिये लघुग्रन्थ “देवीपूजन से सम्बन्धित कृत्योंका अध्यात्मशास्त्र”

नवरात्रि के काल में होनेवाली धर्महानि रोकें तथा ‘आदर्श नवरात्रोत्सव’ मनाने के लिए प्रयास कर देवी की कृपा प्राप्त करें !

नवरात्रोत्सव से होनेवाली धर्महानि रोकने के लिए वैधानिक पद्धति से प्रयास कर उत्सव की पवित्रता बनाए रखना प्रत्येक देवीभक्त का आद्य कर्तव्य है । इन अप्रिय घटनाओं को रोककर ‘आदर्श नवरात्रोत्सव’ मनाना तथा उसके लिए अन्यों को भी प्रेरित करना देवी की श्रेष्ठ स्तर की उपासना सिद्ध होगी !’

उदयनिधि स्टालिन, प्रियांक खरगे एवं ए. राजा के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग !

धनबाद के रणधीर वर्मा चौक में किए गए एक दिवसीय आंदोलन में सनातन धर्म के विषय में अत्यंत आपत्तिजनक तथा हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करनेवाले वक्तव्य देनेवाले तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन, कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे एवं द्रमुक सांसद ए. राजा के विरुद्ध अपराध पंजीकृत कर उन पर कठोर कार्रवाई की मांग की गई ।

विदेश व्यापार नीति/शर्तें तथा मांस एवं मांस उत्पादों के लिए हलाल प्रमाणपत्र प्रक्रिया तथा केंद्र सरकार द्वारा उसमें किए सुधार के संबंध में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा सौंपा ज्ञापन

यहां के भारतीय जनता पार्टी के विधायक श्री. मनीष जयसवाल से भेंट कर उन्हें विदेश व्यापार नीति/शर्तें तथा मांस एवं मांस उत्पादों के लिए हलाल प्रमाणपत्र प्रक्रिया तथा केंद्र सरकार द्वारा उसमें किए सुधार के विषय में हिन्दू जनजागृति समिति के पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत राज्य संगठक श्री. शंभू गवारे ने विस्तार से जानकारी दी ।

मंदिरों का सरकारीकरण कर उनका संचालन करनेवाली तमिलनाडु की सरकार क्या ‘सनातन धर्म’ के मंदिरों को भी नष्ट करेगी ? – गायत्री एन., संस्थापिका, ‘भारत वॉइस’

हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा ‘क्या सनातन धर्म डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों की भांति नष्ट होगा ?’ विषय पर आयोजित ‘ऑनलाइन’ विशेष संवाद में वे ऐसा बोल रही थीं ।

छात्रो, केवल परीक्षार्थी न रहकर सच्चे छात्र बनने का प्रयास करो ! – सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी, धर्मप्रचारक, हिन्दू जनजागृति समिति

आज के समय में अज्ञान के कारण बच्चे सच्चे छात्र बनने के स्थान पर केवल परीक्षार्थी बन रहे हैं । केवल परीक्षा देकर उत्तीर्ण होना ही नहीं, अपितु बडा होने पर अर्जित किए गए ज्ञान से ज्ञानदान करना, साथ ही उस ज्ञान का उपयोग राष्ट्र एवं धर्म के कार्य के लिए करना ही हमारा ध्येय होना चाहिए ।

रात की नींद पूर्ण होनी चाहिए !

कुछ लोग रात देर तक जागरण करते हैं और पुन: सवेरे भी शीघ्र उठते हैं । कभी-कभी यह ठीक है; परंतु सदैव ही ऐसा करने पर उसका शरीर पर गंभीर दुष्परिणाम हो सकता है ।

आज का काल रज-तमप्रधान होने के कारण प्रसाद स्वरूप प्राप्त वस्तुओं की शुद्धि करने के उपरांत ही उनका उपयोग करना उचित !

देवालय में श्रद्धालु भगवान का भक्तिभाव से दर्शन करते हैं । देवालय के पुजारी कभी-कभी प्रसाद के रूप में कुछ वस्तुएं देते हैं, उदा. भगवान को अर्पण की गई मालाएं, वस्त्र इत्यादि । भगवान को अर्पित वस्तुओं में चैतन्य होता है ।

सात्त्विक उत्पादों से संबंधित सेवाओं के लिए साधकों की तुरंत आवश्यकता !

देवद (पनवेल) स्थित सनातन के आश्रम में सेवा का सुनहरा अवसर !