६३ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त सनातन के साधक श्री. प्रभाकर पिंगळे (आयु ८६ वर्ष) का निधन

श्री. प्रभाकर पिंगळे मूलत: खामगांव (जिला बुलढाणा) गांव के निवासी थे । उनके पुत्र सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, बहू डॉ. (श्रीमती) मधुवंती पिंगळे, पोती श्रीमती वैदेही गौडा और पोती के पति श्री. गुरुप्रसाद गौडा पूर्णकालीन साधक हैं ।

नुतन पाक्षिक – अक्टूबर २०२१, पाक्षिक क्र. २ : हिन्दी पाक्षिक सनातन प्रभात

Download आश्विन शुक्ल ११ से कार्तिक कृष्ण १० (१६ से ३१ अक्टूबर २०२१)  

नुतन पाक्षिक – १ से १५ अक्टूबर २०२१, पाक्षिक क्र. १ : हिन्दी पाक्षिक सनातन प्रभात

Download आश्‍विन कृष्ण १० – आश्‍विन शुक्ल १० (१ से १५ अक्टूबर २०२१)  

तालिबान को भारत के मुसलमानों की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है !

भारत में, मस्जिदों में नमाज पढने वाले लोगों पर गोलीबारी नहीं की जाती तथा न ही उन पर बम द्वारा आक्रमण किया जाता है । यहां लडकियों को न पाठशाला जाने से रोका जाता है एवं न ही उनके सिर तथा पैर काटे जाते हैं ।

जब गाय का कल्याण होगा, तभी जाकर देश का कल्याण होगा ! – इलाहाबाद उच्च न्यायालय

गाय की रक्षा करने का कार्य किसी एक धर्म अथवा पंथ का नहीं है, अपितु गाय भारतीय संस्कृति है । देश में रहनेवाले प्रत्येक नागरिक को, चाहे वह किसी भी धर्म का हो; उसे इस संस्कृति को बचाने का काम करना चाहिए ।

गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने के उच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत ! – मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली

यदि ऐसा है, तो ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड संपूर्ण देश के लिए कानून बनाने की मांग क्यों नहीं करते ?

अमेरिका का युद्ध समाप्त; भारत का आरंभ !

अफगानिस्तान में तालिबानी अर्थात जिहादी राज्य लागू हुआ है । वर्तमान काल में अफगानिस्तान का प्रत्येक घटनाक्रम भारत की दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण है; क्योंकि उसका सीधा परिणाम भारत पर होगा ।

‘इग्नू’ में ज्योतिष पाठ्यक्रम के विरोध की पृष्ठभूमि पर हिन्दू जनजागृति समिति ने की राज्यपाल से भेंट !

ज्योतिषशास्त्र पूरे विश्व में पढाया जाता है । न्यायालय द्वारा ज्योतिषशास्त्र की सत्यता स्वीकारी जाने पर कौन उसका विरोध कर सकता है ? आप अपना कार्य आरंभ रखिए ।

विश्व के १३ देश, भारत के २३ राज्य और ४०० शहर एवं गांवों के हिन्दुओं का आंदोलन में सहभाग : २५० स्थानों से सरकार को निवेदन !

वैश्विक स्तर पर हिन्दूद्वेष फैलाने के इस व्यापक षड्यंत्र को देखते हुए, ‘डिस्मेंटलिंग ग्लोबल हिन्दुत्व’ कार्यक्रम का भारत सरकार विरोध करे, साथ ही कार्यक्रम में सहभागी भारतीय वक्ताओं पर कार्यवाही हो, इस मांग हेतु पूरे विश्व के हिन्दुओं ने आंदोलन किया ।

कोरोना प्रतिबंधक टीके फेंकने के प्रकरण में इलाहाबाद उच्च न्यायालय का गंभीर दृष्टिकोण !

प्रतिभू (जमानत) आवेदन का विरोध करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने बताया कि २ विशेषज्ञ डॉक्टरों ने इस प्रकरण की जांच की है । इस जांच में पाया गया कि परिचारिका ने जानबूझकर कोरोना की बहुमूल्य २९ डोस फेंकी है ।