सनातन प्रभात > Post Type > राष्ट्र-धर्म विशेष > ग्रंथ स्तंभ > अब सनातन के ग्रंथ पढिए कहीं भी, कभी भी.. अब सनातन के ग्रंथ पढिए कहीं भी, कभी भी.. 01 Dec 2021 | 12:14 AMNovember 27, 2021 Share this on :TwitterFacebookWhatsappKoo सनातन के अनमोल ग्रंथ अब ‘ई-बुक’ स्वरूप में ‘एप’ पर उपलब्ध Download the ebook on Share this on :TwitterFacebookWhatsappKoo नूतन लेख सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचारसनातन संस्था आनंदमय जीवन का मार्ग !संपादकीय : सामर्थ्य… सनातन का !सनातन धर्म का अस्तित्व बनाए रहने हेतु प्रयासरत सनातन संस्था !दिव्य, अलौकिक एवं एकमेवाद्वितीय सनातन संस्था !साधक की व्यक्तिगत आध्यात्मिक उन्नति तथा हिन्दू राष्ट्र की स्थापना ही सनातन संस्था का उद्देश्य है ! – (पू.) अधिवक्ता हरि शंकर जैन, सर्वाेच्च न्यायालय