ब्रिस्बेन (ऑस्ट्रेलिया) में एक १२ वर्षीय हिन्दू लडके को फुटबॉल मैच खेलने से रोका गया; क्योंकि उसने गले में तुलसी की माला पहनी थी !
माला निकालने पर खेलने की अनुमति दी जाएगी, यह सुनने पर धर्मनिष्ठ हिन्दू लडके ने माला निकालना अस्वीकार कर दिया !
माला निकालने पर खेलने की अनुमति दी जाएगी, यह सुनने पर धर्मनिष्ठ हिन्दू लडके ने माला निकालना अस्वीकार कर दिया !
हिंदुओं को यही लगता है कि, केंद्र सरकार को देश के प्रत्येक तीर्थ स्थान पर इस प्रकार का प्रतिबंध लगाने का आदेश देना चाहिए !
२०वीं शताब्दी की उर्दू लेखिका इस्मत चुगतई की आत्मकथा में निहित हिन्दूविरोधी सूत्रों का बीबीसी द्वारा प्रसारण !
दूसरी घटना में, बिहार में राष्ट्रीय जनता दल के नेता लालू प्रसाद यादव को सुदर्शन चक्र धारण करने वाले भगवान श्रीकृष्ण के रूप में दर्शाया गया है । यह चित्र लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजप्रताप यादव ने फेसबुक पर प्रसारित किया है ।
देश में हिन्दुओं के अल्पसंख्यक बनने से पूर्व भाजपा सरकार को भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित कर देश में समान नागरिकता कानून, जनसंख्या नियंत्रण कानून, धर्मांतरणविरोधी कानून आदि राष्ट्रहित के कानून बनाने चाहिएं, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !
तालिबान एक सुन्नी इस्लामी आंदोलन था । उसका आरंभ वर्ष १९९४ में दक्षिण अफगानिस्तान में हुआ । मूल अरबी शब्द ‘तालिब’ से ‘तालिबान’ शब्द बना है । ‘तालिब’ का अर्थ है ‘ज्ञान प्राप्त करने की अपेक्षा और इस्लामी कट्टरतावाद पर विश्वास रखनेवाला विद्यार्थी ।’
गंभीर स्थिति के रुग्ण को चिकित्सालय में ले जाना अथवा अधिक कुशलता के चिकित्सकीय उपचार हेतु अन्यत्र स्थलांरित करना, इन कार्याें के लिए रुग्णवाहिका तत्काल और सहज उपलब्ध होना अनिवार्य है ।
मैं दूरदर्शन (टीवी) पर प्रसारित विविध धारावाहिकों में अभिनय करता हूं, इसलिए मुझे विभिन्न कार्यक्रम और आयोजनों में निमंत्रित किया जाता है । मुझे वहां नृत्य करने के लिए कहा जाता है; परंतु मुझे वहां आनंद नहीं मिलता और बहुत बोरियत होती है ।
भूकंप कब, कहां और कितनी क्षमता का होगा, इसका पूर्वानुमान लगाना संभव नहीं । इसलिए यदि हमने सदैव सतर्कता, समयसूचकता और धैर्य रखा, तो जन-धन की हानि टलेगी अथवा अल्प हो सकती है ।
भौतिक साधनसुविधा अखंड सुख न देते हुए क्षणभंगुर सुख देती हैं और अपनी स्वाभाविक इच्छा ‘अखंड सुख (आनंद) मिले’, होने से भारतीय संस्कृति के दृष्टिकोण से बारंबार आनेवाला सुख भी अंत में दुःखरूप ही होता है ।