सनातन संस्था ने धर्मग्रंथ, आनंद की अनुभूति देनेवाले धार्मिक कृत्यों संबंधी, राष्ट्र तथा धर्म रक्षा संबंधी, ईश्वरप्राप्ति हेतु साधना एवं अध्यात्मशास्त्र, आगामी आपातकाल की संजीवनी, देवताओं की उपासना, कार्य एवं विशेषता संबंधी, सुसंस्कारी युवा पीढी के निर्माण संबंधी, आचारधर्म, व्यक्तित्व विकास संबंधी, आरोग्य और आयुर्वेद आदि का महत्त्व अध्यात्मशास्त्रीय और सरल भाषा में समाज तक पहुंचाने के लिए इन विषयों पर अनमोल ग्रंथ प्रकाशित किए हैं । अक्टूबर २०२१ तक ३४७ ग्रंथों की १७ भाषाओं में ८२ लाख ६३ हजार प्रतियां प्रकाशित की गई हैं । ग्रंथों में सरल भाषा और संस्कृत श्लोकों का यथोचित उपयोग है तथा ये ग्रंथ दिव्य ज्ञानामृत ही हैं । ये ग्रंथ अपने मित्र, परिजन, कर्मचारियों को उपहार स्वरूप देने के लिए भी उपयुक्त हैं । इसलिए यह ग्रंथसंपदा साधक, श्रद्धालु, विद्यार्थी, शैक्षणिक संस्थाएं, शिक्षक, अभिभावक, गृहिणी, अधिवक्ता, डॉक्टर, पत्रकार, उद्योगपति, राष्ट्रप्रेमी, जिज्ञासु, मंदिर, सरकारी प्रतिष्ठान, गैरसरकारी संस्थाएं आदि सभी तक पहुंचे, इस उद्देश्य से सनातन संस्था द्वारा ‘ज्ञानशक्ति प्रसार अभियान’ गत २ माह से चलाया जा रहा है ।
सनातन संस्था द्वारा प्रकाशित अनमोल ग्रंथसंपदा की विस्तृत जानकारी हेतु आगे दिए लिंक पर देखिए - हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक संत पूजनीय नीलेश सिंगबाळजी का अनमोल मार्गदर्शन : https://youtu.be/ALSPLdF1zBk
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