कर्नाटक सरकार के प्रस्तावित धर्मांतरणविरोधी कानून को बेंगलुरू के आर्चबिशप का विरोध
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बेंगलुरू (कर्नाटक) – कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने हाल ही में राज्य में धर्मांतरणविरोधी कानून बनाने की घोषणा की थी । बेंगलुरू के आर्चबिशप पीटर मचाटो ने इसका विरोध करते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है । उसमें उन्होंने लिखा है कि यह कानून भेदभाव करनेवाला होगा और उसके कारण अल्पसंख्यकों के अधिकारों का हनन होगा, साथ ही राज्य में शांति और एकता को हानि पहुंचेगी । इसके कारण राज्य में अराजक की स्थिति बन सकती है । अतः इस प्रकार का कानून लाना अनावश्यक है ।
Archbishop of Bengaluru objects 'anti-conversion bill' in Karnataka; writes to CM Bommai https://t.co/LF55XpEpyH
— Republic (@republic) November 19, 2021
इस पत्र में आर्चबिशप मचाडो ने संविधान के अनुच्छेद २५ एवं २६ का संदर्भ देते हुए इन अनुच्छेदों के द्वारा धार्मिक स्वतंत्रता प्रदान की गई है, ऐसा कहा है । आर्चबिशप मचाडो ने ईसाई मिशनरियों और चर्चाें का सर्वेक्षण करने के सरकार के निर्णय का भी विरोध किया है । (२१.११.२०२१)