षड्यंत्र प्रमाणों के साथ हुआ उजागर !

इंग्लैंड की न्यायव्यवस्था ने भी धर्म पर हो रहे ‘लव जिहाद’ का आक्रमण पहचानकर दोषियों को दंड दिया, साथ ही वहां की जनता ने भी उसके विरुद्ध संगठित होकर आंदोलन चलाया ।

हिन्दुओं का वंशविच्छेद तथा इस्लामी वंशवृद्धि ही उद्देश्य !

लव जिहाद का उद्देश्य हिन्दू वंशवृद्धि का स्रोत नष्ट करना, इस्लामी वंशवृद्धि करना, हिन्दू महिलाओं का तस्करी और आतंकी गतिविधियां चलाने के लिए उपयोग कर भारत का इस्लामीकरण करना है !

‘लव जिहाद’ के लिए विभिन्न संगठनों की स्थापना और उसका व्यापक स्वरूप !

केरल में ‘लव जिहाद’ के द्वारा धर्मांतरित हुए लोगों को ४० दिन का प्रशिक्षण देनेवाले ३ इस्लामी केंद्र हैं । इन ३ केंद्रों में एक ही समय में १८० युवतियां रह सकती हैं । यहां इन युवतियों को कुरआन, जिहाद आदि सिखाया जाता है ।

हलाल मांस की बिक्री पर बलि चढा हुआ भारत !

हलाल प्रमाणपत्र की मुद्रा अंकित सभी वस्तुओं को खरीदना अस्वीकार कर हिन्दू भाईयों का व्यवसाय बढे, इस दृष्टि से प्रयास करने होंगे तथा आंदोलन खडा कर संगठित रूप से सरकार के पास परिवाद प्रविष्ट करना होगा ।

हिन्दुओं, हिन्दू जनजागृति समिति का ‘लव जिहाद’ ग्रंथ स्वयं पढें एवं उसे अन्य १०० लोगों को पढने के लिए दें !

आगे दिख रहा ‘लव जिहाद’ का संकट ध्यान में आकर भी हमने स्वयं की लडकी को सतर्क नहीं किया, तो उसके लिए शिक्षक, अभिभावक और हिन्दू नेता दोषी प्रमाणित होंगे ।

धर्म एवं राष्ट्र की हानि रोकने हेतु हिन्दू जनजागृति समिति का ग्रंथ

‘लव जिहाद’ अर्थात हिन्दू स्त्री को प्रेमजाल में फंसाकर वेश्या या जिहादी बनाने का षड्यंत्र

जिहाद का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए धर्मांधों द्वारा अपनाई जानेवाली युक्तियां !

धर्मांधों ने अभी तक कांग्रेस सरकार के माध्यम से विभिन्न प्रकार से हिन्दुओं के साथ अन्याय किया और उनका तुष्टीकरण करनेवाला ढोंगी धर्मनिरपेक्षतावाद चलाया । धर्मांधों ने वोटबैंक के बल पर कांग्रेस से यह सब करवा लिया ।

हिन्दूबहुल भारत के आस्था का केंद्र गोमाता का वंशविच्छेद कर चलाया जा रहा गो-जिहाद !

गोवंश की तस्करी, यातायात, गोहत्याएं, सहस्रों अवैध पशुवधगृहों आदि सभी प्रकारों में धर्मांध ही अधिक होते हैं । कानून के होते हुए भी पुलिस उन पर स्वयं कार्यवाही नहीं करती, तो अधिकांश बार उनसे मार खाकर आती है ।

कश्मीर से विस्थापित हुए हिन्दुओं की दयनीय स्थिति !

एक समय में करोडों की संपत्ति रखनेवाले इन परिवारों पर अब विस्थापितों के शिविरों में जीवन व्यतीत करने की स्थिति आ गई है । लगभग ३.५ लाख कश्मीरी पंडित देहली और जम्मू के शिविरों में आज भी सड रहे हैं ।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (गोकुलाष्टमी)

जन्माष्टमी पर श्रीकृष्णतत्त्व प्रतिदिन की तुलना में १००० गुना अधिक कार्यरत होता है । इस तिथि पर ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ।’ नामजप तथा श्रीकृष्णजी की अन्य उपासना भावपूर्ण करने से श्रीकृष्णतत्त्व का अधिक लाभ मिलता है ।