‘लव जिहाद’ के लिए विभिन्न संगठनों की स्थापना और उसका व्यापक स्वरूप !

१. आतंकी अथवा मुसलमान धार्मिक नेता लव जिहाद करने के लिए मुसलमान युवकों को आर्थिक सहायता, मजे उडाने के लिए पैसे, गाडियां, कपडे, भेंटवस्तुएं आदि देकर प्रशिक्षण देते हैं और हिन्दू लडकियों को जाल में फंसाने पर पुरस्कार के रूप में बडी राशि देते हैं । इसके लिए मुसलमान युवकों को पाकिस्तान से पैसा, गाडियां आदि सुविधाओं की आपूर्ति की जा रही है । इस जिहाद के लिए सउदी अरेबिया स्थित जेद्दा का ‘इंडियन फ्रैटर्निटी फोरम’ पैसे जमा कर उसे इस्लामी धर्मादायी संस्थाओं के माध्यम से भारत भेजता है । यह संस्था छात्रवृत्ति के नाम पर मुसलमान युवकों को ‘लव जिहाद’ चलाने के लिए पैसा उपलब्ध कराती है । मुर्शीदाबाद में ‘रिसाब’ नामक संगठन ‘लव जिहाद’ के लिए पैसों की आपूर्ति करनेवाला और उसका समर्थन करनेवाला संगठन है ।

२. केरल के इस्लामी संगठनों ने संपूर्ण भारत के इस्लामी और जिहादी संगठनों से सांठगांठ कर संपूर्ण देश में ‘लव जिहाद’ की गतिविधियां आरंभ की हैं ।

३. केरल में ‘लव जिहाद’ के द्वारा धर्मांतरित हुए लोगों को ४० दिन का प्रशिक्षण देनेवाले ३ इस्लामी केंद्र हैं । इन ३ केंद्रों में एक ही समय में १८० युवतियां रह सकती हैं । यहां इन युवतियों को कुरआन, जिहाद आदि सिखाया जाता है ।

४. ‘लव जिहाद’ के प्रसार के लिए ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ द्वारा बुना गया जाल ! : ‘लव जिहाद’ के प्रसार के लिए ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ ने संपूर्ण भारत में कार्यरत सभी इस्लामी आतंकी संगठनों से संबंध स्थापित किए हैं । इसमें कर्नाटक में ‘के.एफ.डी.’ (कन्नड फोरम फॉर डिग्निटी), तमिलनाडु में ‘एम.एन.पी.’ (मंतनिधी पासरे), बंगाल में ‘नागरिक सुरक्षा समिति’, आंध्र में ‘आंध्र सोशलिस्ट फोरम’, गोवा में ‘गोवा सिटीजंस फोरम’, तो देहली में ‘मुस्लिम यूथ फोरम’ कार्यरत हैं । – श्री. प्रदीश विश्वनाथ, केरल हिन्दू हेल्पलाइन, केरल

५. मुसलमान संगठन ‘के.डी.एफ.ए.’ के द्वारा प्रकाशित एक पत्रक में हिन्दू लडकियों को प्रेमजाल में फंसाने के संदर्भ में ‘लव जिहाद’, इस प्रकार से स्पष्टता से उल्लेख किया है ।’ – श्री. प्रमोद मुतालिक, संस्थापक, श्रीराम सेना. (२९.११.२००९)

६. ‘लव जिहाद’ को धर्मकर्तव्य माननेवाले संगठन ‘मुस्लिम यूथ फोरम’ के जालस्थल पर गैरमुसलमान युवतियों को फंसाने के लिए पुरस्कार राशि का पत्रक ही प्रकाशित किया गया था । इस पत्रक पर कहा गया है, ‘हिन्दू ब्राह्मण लडकी को फंसाने पर ५ लाख रुपए, क्षत्रिय लडकी ४.५ लाख रुपए, अनुसूचित जाति-जनजाति की लडकी २ लाख रुपए, गुजराती ब्राह्मण एवं जैन लडकी ६ लाख रुपए, सिख लडकी ७ लाख रुपए और ईसाई लडकी को फंसाने पर ४ लाख रुपए दिए जाएंगे ।’ इस संदर्भ में अधिक जानकारी के लिए ११ पते और कुछ चल-दूरभाष क्रमांक भी इस जालस्थल पर दिए गए थे । यह आवाहन भी किया गया था कि ‘बेंगळूरु स्थित ‘एस.के. गार्डन’ के पास की चौथी सडक पर स्थित ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ के नाम से पंजीकृत कार्यालय से फैक्स एवं अन्य माध्यमों के द्वारा संपर्क करें ।’ परंतु कर्नाटक पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं ने उस समय इसकी अनदेखी की ।